मुख्यमन्त्री जी पटवारी, पंचायत विकास अधिकारी व डिपो के सचिव घर के वैध की तरह होते हैं: प्रवीन कुमार
मुख्यमन्त्री जी पटवारी, पंचायत विकास अधिकारी व डिपो के सचिव घर के वैध की तरह होते हैं: प्रवीन कुमार
पालमपुर:- अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए कहा है कि पटवारी, पंचायत विकास अधिकारी व डिपो के सचिव किसी भी पंचायत के घर के वैध होते हैं। ऐसे में इनसे पंगा मत लो।
पूर्व विधायक ने कहा कई शिक्षण संस्थानों में एडमिशन, सेना व पुलिस की भर्ती के साथ साथ नीट व जेईई परीक्षाओं के फ़ार्म भरे जा रहे हैं। बच्चों को स्थायी निवासी, एससी, एसटी, ओबीसी, आय इत्यादि प्रमाण पत्रों की आवश्यकता पड रही है। पटवार सर्कलों व तहसीलों में राजस्व संबधित तमाम काम बाधित होकर रह गये है।
पूर्व विधायक ने हैरानगी प्रकट करते हुए कहा इस तरह की कार्यप्रणाली से जन साधारण को जो भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार का इस विषय की ओर कोई ध्यान नहीं है।
पूर्व विधायक ने कहा ट्रेजरी कार्यालय कोष के विना खाली पड़े हैं। ठेकेदार किये कार्यों की अदायगी के लिए चिल्ला रहे हैं। हिमाचल के इतिहास में पहली बार कर्मचारियों को निर्धारित समय पर वेतन ओर पैंशन भोगियों को पेंशन भी नहीं मिल रही। ऐसे प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की सरकार के विरुद्ध अनेकों मुद्दों के चलते त्राहिमाम त्राहिमाम मचा है। अव पटवारी व कानूनगो को स्टेट कैडर के दायरे में लाकर सुक्खू सरकार कौन सा तीर मारकर क्या हासिल करना चाहती है।
पूर्व विधायक ने रहस्योद्घाटन करते हुए उस कहावत का उल्लेख किया जव बचपन में बच्चे की हरकतों को लेकर बाप से पिटाई होती थी तो बेटा चिढ़ कर कहता था मुझे दानेदार बनने दो फिर देखना । पूर्व विधायक ने व्यंग्य कसते हुए कहा ऐसे में कहीं राजस्व मन्त्री या मुख्यमंत्री की किसी पटवारी या कानूनगो के साथ कोई खन्नस तो नहीं रही है।
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