आपदा की पीड़ा भुलाकर सुक्खू सरकार ने मित्रों पर लुटाया जनता का खून-पसीना: गोविंद सिंह ठाकुर ।
आपदा की पीड़ा भुलाकर सुक्खू सरकार ने मित्रों पर लुटाया जनता का खून-पसीना: गोविंद सिंह ठाकुर ।
मनाली : ओम बौद्ध /
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर
आपदा की पीड़ा भुलाकर सुक्खू सरकार ने मित्रों पर लुटाया जनता का खून-पसीना: गोविंद सिंह ठाकुर
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश इस समय भीषण प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं, अनेक परिवारों के चूल्हे बुझ गए हैं और हजारों लोग खाद्य सामग्री व अन्य मूलभूत आवश्यकताओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। परंतु इस कठिन समय में प्रदेश सरकार का ध्यान जनता के दर्द को समझने और राहत पहुंचाने के बजाय अपने राजनीतिक मित्रों की जेबें भरने पर है।
गोविंद सिंह ठाकुर ने जारी व्यान में कहा कि सुक्खू सरकार ने विभिन्न निगमों और बोर्डों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्षों के भत्ते में 30 हजार रुपये से सीधा 80 हजार रुपये प्रति माह की बढ़ोतरी कर दी है। यह फैसला स्पष्ट करता है कि सरकार को आपदा से पीड़ित जनता की नहीं, बल्कि उन लोगों की चिंता है जो चुनाव में पंच और प्रधान तक नही बन सकते है उन्हीं पर आपदा की इस घड़ी में सुक्खू सरकार मेहरबान हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि आपदा राहत के नाम पर प्रदेश सरकार द्वारा महज दिखावा किया जा रहा है। राहत के लिए भारत सरकार द्वारा दी जा रही सहायता का भी बदले की राजनीति की भावना से दुरुपयोग किया जा रहा है।
पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कुल्लू जिले के सैकड़ों युवाओं को पिछले 9 महीनों से कौशल विकास योजना के तहत मिलने वाली राशि का भुगतान नहीं हुआ है। प्रदेश के लगभग 25 हजार युवा इस पैसे का इंतजार कर रहे हैं वहीं हिमाचल पथ परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन, मेडिकल बिल और अन्य भत्तों का भुगतान भी नही हो रहा है। दुर्भाग्यपूर्ण ऐसे समय में अपने चहेतों को तोहफे देना और उनके मानदेय में भारी बढ़ोतरी करना सुक्खू सरकार की असंवेदनशीलता और जनविरोधी सोच को उजागर करता है।
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