कार्निवल के नाम पर कांग्रेस सरकार की ‘मित्रमंडली लूट’ — चंदा, कमीशन और भ्रष्टाचार का खुला खेल : बिक्रम ठाकुर
कार्निवल के नाम पर कांग्रेस सरकार की ‘मित्रमंडली लूट’ — चंदा, कमीशन और भ्रष्टाचार का खुला खेल : बिक्रम ठाकुर
कहा,, उगाही की अधिसूचना वापिस होने से पहले जमा की धनराशि किस खाते में गई उपायुक्त मुहैया करवाए सूचना
धर्मशाला हिमाचल प्रदेश के पूर्व उद्योग मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बिक्रम ठाकुर ने कांगड़ा वैली कार्निवल के नाम पर व्यापारियों से की जा रही उगाही, वित्तीय अनियमितताओं और कथित कमीशनखोरी को लेकर सुक्खू सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश को योजनाबद्ध तरीके से “चंदा राज” की ओर धकेल रही है, जहां अब सरकारी आयोजन भी बजट से नहीं बल्कि व्यापारियों और आम जनता की जेब से चलाए जा रहे हैं। यह आर्थिक कुप्रबंधन की पराकाष्ठा ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक नैतिकता का भी खुला पतन है।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा वैली कार्निवल को लेकर पहले व्यापारियों से “आर्थिक सहयोग” वसूलने की खबरें सामने आईं और फिर जनदबाव बढ़ने पर उस उगाही को रोकने संबंधी अधिसूचना जारी की गई। इन दोनों घटनाओं के बीच सबसे अहम सवाल यह है कि इस अवधि में कितनी धनराशि एकत्र की गई, वह राशि किस खाते में जमा हुई और उसे कहां-कहां खर्च किया गया। उन्होंने कांगड़ा के उपायुक्त से मांग की कि इस पूरे प्रकरण पर तत्काल श्वेत पत्र जारी किया जाए, ताकि सच्चाई प्रदेश की जनता के सामने आ सके।
पूर्व उद्योग मंत्री ने कहा कि सिविल सप्लाई विभाग के कांगड़ा जिला नियंत्रक का पत्र सोशल मीडिया में वायरल होना इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि यह सब सरकार की जानकारी और संरक्षण में हुआ। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह स्वैच्छिक सहयोग नहीं, बल्कि प्रशासनिक दबाव और भय के माहौल में की गई वसूली थी। यदि कांग्रेस सरकार वास्तव में संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है, तो उसके लिए बजट में स्पष्ट प्रावधान क्यों नहीं किए गए। टैक्स बढ़ाने के बाद अब सरकारी आयोजनों के नाम पर वसूली कांग्रेस की जनविरोधी मानसिकता को उजागर करती है।
बिक्रम ठाकुर ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इवेंट मैनेजमेंट से जुड़े मामलों में भी बड़े पैमाने पर लूट की सूचनाएं मिल रही हैं। गायकों को किसी तय दर पर बुलाया जाता है, लेकिन उनके बिल कहीं अधिक राशि के बनाकर लगाए जाते हैं, जिससे प्रदेश की सम्पति को नुकसान पहुंचाया जा रहा। इसके साथ ही दुकानों, झूलों और अन्य व्यावसायिक साधनों को व्यापारियों को मनमाने और मनचाहे दामों पर किराये पर दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि इस पूरे तंत्र की निगरानी कौन कर रहा है और किसके इशारे पर यह लूट चल रही है।
पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार एक ओर आर्थिक संकट का रोना रोती है, वहीं दूसरी ओर भव्य आयोजनों की आड़ में मित्रमंडली को फायदा पहुंचाने का खेल खेल रही है। तीन वर्षों के शासन में विकास ठप है, रोजगार के अवसर खत्म हो चुके हैं और अब व्यापार वर्ग को भी निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उगाही और भ्रष्टाचार की यह नीति तुरंत बंद नहीं की और दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की, तो भाजपा व्यापारियों और आम जनता के हितों की रक्षा के लिए सड़कों से सदन तक निर्णायक संघर्ष करेगी।


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