चार महीने पूर्व हुई थी शादी शहीद जवान रामबाबू की
चार महीने पूर्व हुई थी शादी शहीद जवान रामबाबू की
शहीद जवान रामबाबू सिंह सीवान के बड़हरिया प्रखंड के वसिलपुर गांव के रहने वाले थे. उनके पिता स्व. रामविचार सिंह हरिहरपुर पंचायत के उप मुखिया रह चुके थे. रामबाबू सिंह के एक भाई अखिलेश सिंह झारखंड के हजारीबाग में लोको पायलट के पद पर कार्यरत हैं. शहीद रामबाबू सिंह के ससुर ने बताया कि उनकी जोधपुर में पोस्टिंग हो चुका था. हालांकि भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी के दौरान उन्हें रोक लिया गया था. कल (12 मई, 2025) दिन में 10 बजे के करीब रामबाबू सिंह की उनकी पत्नी अंजलि से बातचीत हुई थी. उस समय तक वो ठीक थे.शहीद जवान रामबाबू सिंह की शादी करीब चार महीने पूर्व ही हुई थी।
गांव के लोग उनके पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहे हैं. शाम तक या कल बुधवार को पार्थिव शरीर आ सकता है. शहीद जवान की परिजनों ने बताया कि रामबाबू बचपन से ही देशभक्त के जज्बे से भरे हुए थे. वे आर्मी में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे थे. घटना के बाद गांव के लोगों की आंखें नम हैं. लोग गर्व भी कर रहे हैं.
शहीद जवान रामबाबू सिंह के ससुर सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि उनके दामाद भारत के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 चलाने का काम करते थे. 10 अप्रैल को उन्होंने जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी ज्वाइन की थी. उनके ससुर ने बताया कि वे, उनकी बेटी धनबाद में थे. कल (सोमवार) दिन के करीब डेढ़ बजे आर्मी हेडक्वार्टर से कॉल आया कि गोली लग गई है. इसके बाद सूचना मिली कि वे शहीद हो गए हैं. पत्नी अंजलि सिंह को अभी भी उनकी शहादत की जानकारी नहीं दी गई है।
कोई टिप्पणी नहीं