भरमौर ब्लॉक के स्कूलों में प्रार्थना सभाओं में गूंज रही गद्दी संस्कृति की आवाज- प्रार्थनाओं के माध्यम से शिक्षा, संस्कार और परंपरा का समन्वय।
भरमौर ब्लॉक के स्कूलों में प्रार्थना सभाओं में गूंज रही गद्दी संस्कृति की आवाज- प्रार्थनाओं के माध्यम से शिक्षा, संस्कार और परंपरा का समन्वय।
चम्बा (भरमौर) : जितेन्द्र खन्ना /
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मांधा में इन दिनों प्रार्थना सभा के माध्यम से बच्चों को गद्दियाली संस्कृति, नैतिक शिक्षा और वैदिक परंपराओं से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
स्कूल में तैयार की गई प्रार्थना में विद्यार्थियों के द्वारा अपने ग्राम देवता बाबा बुहारी का गुणगान किया गया है। प्रार्थना के माध्यम से बाबा से सद्बुद्धि और ज्ञान देना और हर काम में रक्षा करने की कामना की जा रही है।इसमें यह भी बताया गया है कि किस तरह से बाबा बुहारी लाहौल के एक गांव से आए थे और भरमौर के खनबग्गा नामक गांव में उनके मंदिर की स्थापना हुई थी। इस प्रार्थना सभा की शब्द संरचना और सांस्कृतिक शैली प्रवक्ता हिंदी सुभाष शर्मा के द्वारा तैयार की गई है।
इस पहल को सफल बनाने में विशेष योगदान रहा - रमेश कुमार डीपीई वेद प्रकाश (प्रवक्ता राजनीति शास्त्र), अरुण कुमार (टीजीटी आर्ट्स), संदीप कुमार (टीजीटी मेडिकल) सुरेश कुमार (शास्त्री) कामिनी शर्मा (टीजीटी आर्ट्स) धर्मेंद्र सिंह (कला अध्यापक) सुरेंद्र कुमार (भाषा अध्यापक) बबिता कुमारी(VT)
विद्यालय के प्रभारी सुशील पठानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रवक्ता हिंदी सुभाष शर्मा के द्वारा यह एक अच्छी पहल की गई है और इस पहल को सफल बनाने के लिए सब अध्यापकों का भी विशेष योगदान रहा है।
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