मिंजर मेले की नीलामी अटकी
मिंजर मेले की नीलामी अटकी
अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला 2025 की व्यापारिक गतिविधियों के लिए शहर का चैगान नं-एक, दो व तीन को नीलाम करने की प्रक्रिया दूसरे चरण में भी सिरे नहीं चढ पाई है। पिछले दो दिनों से इन तीनों चैगानों को नीलाम करने की कवायद का नतीजा शून्य ही रहा। बताते चलें कि चैगान की नीलामी से एकत्रित होने वाले करोडों रूपए के रेवन्यू से ही मिंजर मेले का बेहतर आयोजन होता है।
उल्लेखनीय है कि मिंजर मेला तहबाजारी उपसमिति ने इस वर्ष शहर के चार चैगानों को नीलाम करके करीब सवा तीन करोड रूपए का आरक्षित मूल्य निर्धारित किया है। नीलामी प्रक्रिया के पहले चरण में तहबाजारी उपसमिति ने चैगान नं चार को चैदह लाख 25 हजार रूपए में नीलाम कर लिया था। इस चैगान का आरक्षित मूल्य चैदह लाख रूपए रखा गया था। पहले चरण में चैगान नं एक, दो व तीन नहीं बिक पाए थे। इसके चलते इन तीन चैगानों को नीलाम करने के लिए आनलाइन माध्यम से दोबारा टेंडर बुलाए गए थे।
सूत्रों के मुताबिक मिंजर मेला तहबाजारी उपसमिति के संयोजक और एसडीएम सदर प्रियांशु खाती की अगुवाई में दूसरे चरण की नीलामी प्रक्रिया के टेंडर खोले गए। इसमें चैगान नं-एक के लिए तीन टेंडर डाले गए थे। मगर तकनीकी कारणों के चलते चैगान नं-एक नीलाम नहीं हो पाया था। चैगान नं दो के टेंडर में ठेकेदार द्धारा आरक्षित मूल्य से कम रेट कोड करने और चैगान नं तीन के लिए एक टंेडर डाला गया था। इसके चलते चैगान नं एक, दो व तीन को नीलाम करने की प्रक्रिया सिरे चढ नहीं पाई।
सूत्रों की मानें तो अब मिंजर मेला की बुधवार को आयोजित होने वाली बैठक में इन तीनों चैगानों को नीलाम करने की प्रक्रिया पर फैसला लिया जाएगा। बैठक में तय किया जाएगा कि इन चैगानों को शाट टेंडर नोटिस या ओपन बोली के जरिए नीलाम किया जाए। बहरहाल, मिंजर मेले की व्यापारिक गतिविधियांे के लिए शहर के तीन चैगानों को नीलाम करने की प्रक्रिया दो चरणों के बाद मुकम्मल नहीं हो पाई है।
उधर, इस बारे में प्रशासनिक प्रतिक्रिया हेतु एसडीएम सदर एवं मिंजर मेला तहबाजारी कमेटी के संयोजक प्रियांशु खाती से बार-बार मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन फोन नहीं उठाया।
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