भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का तीखा प्रहार
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का तीखा प्रहार
मनाली : ओम बौद्ध /
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने जल शक्ति विभाग के माध्यम से प्रदेश की जनता पर जल दरों के रूप में जो अत्यधिक और अमानवीय आर्थिक बोझ डाला है, वह जनता के साथ खुला अन्याय है।
मंगलवार को मनाली के माल रोड पर भारतीय जनता पार्टी ने शहर की स्थानीय के साथ मिलकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी प्रतिनिधियों ने उपमंडल अधिकारी (नागरिक) के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री और जल शक्ति मंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग रखी कि जिन उपभोक्ताओं को भारी-भरकम बिल भेजे गए हैं, उन्हें तत्काल संशोधित किया जाए। साथ ही, तीन-तीन महीने के बिल एक साथ थोपने की प्रक्रिया को समाप्त कर इसे मासिक आधार पर जारी किया जाए, ताकि उपभोक्ताओं पर अनावश्यक आर्थिक बोझ न पड़े।
गोविंद सिंह ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “यह सरकार जनता को राहत देने के बजाय उनकी कमर तोड़ने का काम कर रही है। जल दरों में दोगुने से लेकर पांच गुना तक की वृद्धि कर कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि उसकी प्राथमिकता गरीब जनता का कल्याण नहीं, बल्कि केवल अपनी राजस्व वसूली को बढ़ाना है। यह फैसला पूरी तरह जनविरोधी और गरीब विरोधी है।”
उन्होंने कहा कि इस असंवेदनशील निर्णय का सबसे ज्यादा असर घरेलू उपभोक्ताओं, छोटे दुकानदारों, होटल व्यवसायियों और धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं पर पड़ा है, जो पहले से ही लगातार बढ़ती महंगाई की मार झेल रहे हैं।
पूर्व मंत्री ने खुलासा किया कि प्रदेश भर में हजारों उपभोक्ताओं को तीन-तीन महीने के पानी के बिल एक साथ भेज दिए गए, जिनकी राशि कई घरों में हजारों से लेकर लाखों रुपये तक पहुंच गई। इस तुगलकी फरमान से परेशान जनता ने भारी-भरकम बिलों को सार्वजनिक रूप से जलाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। विरोध में स्थानीय महिलाओं ने भी अपनी आवाज बुलंद करते हुए मांग की कि बिलों में की गई यह वृद्धि तुरंत वापस ली जाए और मासिक बिलिंग प्रणाली को फिर से लागू किया जाए।
गोविंद सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि, “कांग्रेस सरकार न तो गरीबों की हितैषी है और न ही किसानों, व्यापारियों या सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाओं की। यह वही सरकार है, जिसने सत्ता में आने से पहले जनता से राहत देने और बोझ कम करने के बड़े-बड़े वादे किए थे। परंतु सत्ता में आते ही कांग्रेस ने प्रदेश की भोली-भाली जनता को केवल लूटने का साधन बना लिया है। यह जनता के साथ खुला विश्वासघात है।”
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने इस जनविरोधी अधिसूचना को अविलंब वापस नहीं लिया और जनता की जायज मांगों को नहीं माना, तो भारतीय जनता पार्टी जनता के साथ मिलकर सड़कों पर उतरने और राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ने के लिए बाध्य होगी।
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