न्यायलय में केस जीतने के बाद दलित परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाकर कर दिया जमीन दोज
न्यायलय में केस जीतने के बाद दलित परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाकर कर दिया जमीन दोज
एक पीढ़ी ने बसाए और तीसरी पीढ़ी ने उजाड़ दिए ग़रीब दलित
नगरोटा सूरियां : प्रेम स्वरूप शर्मा /
नगरोटा सूरियां के साथ लगती पंचायत बासा के चार गरीब महां दलित अनुसूचित परिवारोंको एक परिवार द्वारा पिछले लगभग 80 वर्षों से अधिक समय से बसीकू के रूप में बसाया गया था लेकिन शुक्रवार को करीब चार पीढ़ी बाद इस परिवार के एक सदस्य अशोक कुमार ने जमीन पर न्यायालय में केस जीतने के बाद उन परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाकर जमीन दोज कर दिया और सभी गरीब परिवार अपने छोटे-छोटे बच्चों तथा सामान के साथ सड़कों पर आ गए इस पंचायत के जैसी राम, बृजलाल धर्मसिंह मैहदो राम इस परिवार की अगली पीढ़ी कई वर्षों से अपने कच्चे मकान में रह रहे थे और सभी लोग बहुत गरीब थे तथा मेहनत मजदूरी करके अपना पालन पोषण कर रहे थे इन परिवारो के नाम जमीन का कब्जा तो लग गया था लेकिन मलिकाना हक इनका नहीं था जिस व्यक्ति का मालिकाना हक था उसने न्यायालय में केस लड़ा और माननीय अदालत से उसके हक में फैसला आया और फैसले के बाद प्रशासन ने उनके घर ऑन पर बुलडोजर चलाकर कच्चे घरों को जमीन दोज कर दिया, लेकिन यह गरीब लोग उसे जमीन पर रह रहे थे, यह यह वर्षों से उन्हीं के घरों में काम करते थे तथा अब भी कुछ लोग उनके घरों में काम करते है लेकिन जमीन के मलिक ने उनकी एक नहीं सुनी और पुलिस तथा तहसीलदार के साथ कोर्ट केआदशों सहित उनके घरों पर बुलडोजर चला कर जमीन पर कब्जा ले लिया , इन सभी गरीब परिवार के घरों पर बिजली के कनेक्शन पानी के कनेक्शन राशनकार्ड आधारकार्ड बोनाफाइड के अलावा सरकार द्वारा जो आईआरडीपी या गरीब परिवारों को सहायता दी जाती है पंचायत द्वारा दी जाती है मिल चुकी है आई आर डीपी ई के तहत पी एम ऐ वई के तहत पक्के मकान बनाने के लिए सहायता राशि भी मिली हुई है, यदि इन लोगोंकी भूमि अपनी नहीं थी तो बिजली के मीटर पंचायत द्वारा जो इन गरीब परिवारों को मकान बनाने के लिए तथा पानी के कनेक्शन कैसे लगाए गए जबकि इनकी तीन चार पीडिया यहां बरसों से रह रही थी इन गरीब परिवारोंके मकान गिरने से पहले बिजली के कनेक्शन पानी के कनेक्शन भी विभाग द्वारा कोर्ट के आदेशों से काट दिए गए थे जब इनके मकान गिराए जा रहे थे तो यह पूरे परिवार रो-रोकर मौके पर आए अधिकारियों सरकार तथा जमीन के मालिक से गुहार लगा रहे थे लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं थी एक महिला तो मानसिक तौर से परेशान हो गई थी एक महिला प्रेग्नेंट थी छोटे-छोटे बच्चे इन गरीब परिवारों के थे जो अपने घरों को टूटता हुआ देख रहे थे सड़क पर ग्राउंड जमीन पर इन परिवारों के घरों सामान खुले आसमान मे पढ़ा हुआ था पड़ोसियों ने तो इनकी मदद जरूर की लेकिन इन गरीब परिवारों लोगों के पास घर का इतना सामान था उसे रखा कहां जाए मौके पर पंचायत प्रधान तथा और बहुत से लोग उनके टूटते हुए घरों को देख रहे थे लेकिन कोई मदद नहीं कर पा रहा था गरीब लोग मीडिया से भी फ़रियाद लग रहा लेकिन जमीन के मालिक किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे सभी लोगों का यही कहना था कि हम न्यायालय के आदेशों के आगे कुछ नहीं बोल सकते हैं उधर इन कुछ लोगों को जमीन के पटटे भी मिले हुए थे लेकिन गरीबों के कारण यह लोग वहां पर मकान नहीं बना पा रहे थे जबकि कुछ लोगों से पता चला की उनके बुजुर्गों ने अपनी उस भूमि को बेच दिया था था, उधर शुक्रवार को सुबह से ही प्रशासन पूरे दलवल के साथ जेसीबी लेकर कोर्ट के आदेशों के अनु पालना इसकरने के लिए वहां पर खड़ा रह था और यह गरीब परिवार पूरा दिन भर अपने घर में रखा हुआ सामान बाहर निकलते रहे जनता इन गरीब परिवारों की कोई मदद नहीं कर पाई इन गरीब परिवारों ने बताया कि मैं सभी फरियाद को लेकर मंत्री महोदय तथा पंचायतके पास भी गए लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी है इन गरीब परिवारों ने सरकार तथा प्रशासन से मांग की है कि हमें रहने के लिए मकान दिया जाए नहीं तो हम गरीब परिवारों को मार दिया जाए क्योंकि हम लोग कहां जाएगे जोरदार बारिश होने से इन गरीब परिवारोंका रखाहुआ सामान भी खराबहो गया है क्योंकि बरसात के समय यह लोग कहां जाएं कोई किराए पर मकान भी नहीं दे रहा है इन गरीब परिवारोंके मौके पर कुछ रिश्तेदार भी पहुंच गए हैं
उधर जब इस विषय पर फील्ड कानूनगो बलविंदर कुमार जी से पूछा तो उन्होंने बताया कि वह अदालत के आदेशों के तहत पालन कर रहे हैं उसी के तहत यह कार्रवाई हुई है
उधर पंचायत के उपप्रधान विजय कुमार और पिंकू ने कहा कि यह बहुत गरीब लोग हैं लेकिन कोर्ट केआदेशों के कारण हम कुछ नहीं कह सकते पंचायत से जो सहायता होगी हमें नहीं देंगे
उधर जब इस विषय पर जमीन के मलिक अशोक कुमार से पूछा तो उन्होंने बताया कि कोर्ट द्वारा मेरे हक में फैसला दिया है तथा मैं अपनी भूमि का कबजा
ले रहा हूं
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