पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो की बस में महिला से हुआ विवाद, बस के आगे लेटकर किया हंगामा
पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो की बस में महिला से हुआ विवाद, बस के आगे लेटकर किया हंगामा; पुलिस की गैरमौजूदगी पर उठे सवाल
बटाला : अविनाश शर्मा / पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो की एक बस में बटाला बस स्टैंड के बाहर एक महिला और बस कंडक्टर के बीच हुए विवाद ने तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी। मामला तब और गंभीर हो गया जब महिला अचानक बस के आगे लेट गई और बेहोश होने का नाटक करते हुए मौके पर अफरातफरी मचा दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जब महिला बस में चढ़ी, तो उसके पास टिकट के लिए मूल आधार कार्ड नहीं था। कंडक्टर ने उससे आधार कार्ड दिखाने या टिकट लेने के लिए कहा, जिसके बाद महिला ने बटाला तक का टिकट ले लिया। रास्ते में उसने नशहरा मज्जा सिंह स्थान पर उतरने की इच्छा जताई, जिस पर कंडक्टर ने ड्राइवर से बस रुकवाई, लेकिन वह नहीं उतरी।
जैसे ही बस बटाला बाईपास से भीतर मुड़ी, कंडक्टर ने भीड़ के चलते महिला से थोड़ा अंदर हो जाने को कहा। इसी पर महिला गुस्से में आ गई और कंडक्टर को थप्पड़ मारने की धमकी देने लगी। कंडक्टर के अनुसार उस समय बाईपास के निकट कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था।
जब बस बटाला बस स्टैंड के बाहर रुकी, तभी महिला अचानक बस के आगे लेट गई और खुद को बेहोश दिखाने लगी। मौके पर खलबली मच गई। एक स्थानीय व्यक्ति ने तुरंत अपने मोबाइल से एम्बुलेंस नंबर पर कॉल की, जिसके बाद महिला को सिविल अस्पताल ले जाया गया।
हैरानी की बात यह रही कि जहां यह घटना घटी, वहां से एसएसपी कार्यालय, सिविल लाइंस थाना और बस स्टैंड चौकी चंद कदमों की दूरी पर स्थित हैं, फिर भी कोई भी पुलिसकर्मी या अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
यह घटना न सिर्फ महिला और बस कंडक्टर के बीच हुए तनाव की ओर इशारा करती है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और पुलिस की अनुपस्थिति पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
स्थानीय लोगों और यात्रियों के अनुसार, कंडक्टर ने कोई बदसलूकी नहीं की थी, उसने सिर्फ टिकट और पहचान पत्र की मांग की थी, जो रोडवेज नियमों के तहत जायज़ है। हालांकि, पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है, लेकिन पुलिस की गैरहाज़िरी शहरी सुरक्षा और ज़िम्मेदारी पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करती है।
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