चंडीगढ़ पुलिस में तैनात सब इंस्पेक्टर ने पत्नी की बेबफाई से की जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या - Smachar

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चंडीगढ़ पुलिस में तैनात सब इंस्पेक्टर ने पत्नी की बेबफाई से की जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या

चंडीगढ़ पुलिस में तैनात सब इंस्पेक्टर ने पत्नी की बेबफाई से की जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या


पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें राकेश ने लिखा है कि उसकी लाश के पास उसकी पत्नी संतोष व ताऊ के बेटे रमेश को नहीं आने देना। सुसाइड नोट में राकेश कुमार ने लिखा है कि उसकी पत्नी संतोष और ताऊ के बेटे रमेश में अवैध संबंध थे और दोनों को रंगे हाथों भी पकड़ा था। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के बाद शव वारिसों को सौंप दिया है।

राजीव कुमार निवासी गांव भठ्ठ जिला सोनीपत ने बताया कि उसका छोटा भाई राकेश कुमार साल 1991 में चंडीगढ़ पुलिस में सिपाही के तौर पर भर्ती हुआ था और अब वह सेक्टर 26 पुलिस लाइन चंडीगढ़ में बतौर एसआई तैनात था। राकेश की शादी साल 1996 में संतोष कुमारी निवासी गांव मांडी जिला पानीपत के साथ हुई थी। दोनों का एक बेटा साहिल इस समय कनाडा में है, जबकि दूसरा बेटा कर्ण मां संतोष के साथ हैदरपुर दिल्ली रह रहा है।

करीब दस सालों से राकेश का विवाद संतोष के साथ चल रहा है। संतोष ने कोर्ट के माध्यम से राकेश कुमार के ऊपर खर्चे का दावा डालकर खर्च ले रही है, जबकि दोनों अलग-अलग रहते हैं। उन्होंने बताया कि 23 जुलाई को उसके पास चंडीगढ़ पुलिस से फोन आया, जिसने बताया कि राकेश कुमार का शव बाइक सहित थाना मुलाना क्षेत्र से बरामद हुआ है, जबकि शव मुलाना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में है। वे तुरंत मुलाना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल पहुंचे। यहां पर पता चला कि राकेश कुमार के पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। राजीव ने कहा कि उसके भाई ने संतोष व रमेश कुमार से तंग आकर सुसाइड किया है।

पुलिस को जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है, उसमें राकेश ने अपनी मौत का जिम्मेदार पत्नी संतोष व ताऊ के बेटे रमेश को ठहराया है। सुसाइड नोट में लिखा है, मैं राकेश कुमार इतना परेशान हो गया कि गेहूं मे डालने वाली गोली खा ली। अपनी पत्नी संतोष से काफी परेशान था क्योंकि संतोष के ताऊ के लड़का रमेश के साथ गलत संबंध हैं और मैने उन दोनों को रंगे हाथ पकड़ा था। कोई भी आदमी मरते हुए झूठ नहीं बोलता।... मैं हंसता हुआ मरना चाहता हूं कोई भी मेरे मरने पर न रोए। मेरी मौत के जिम्मेदार सिर्फ संतोष व रमेश हैं। इन दोनो को मेरी लाश के पास भी न जाने देना।


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