कुल्लू मां की आंखों के सामने 5 वर्षीय बेटी ब्यास नदी में बही
कुल्लू मां की आंखों के सामने 5 वर्षीय बेटी ब्यास नदी में बही
(कुल्लू : ओम बौद्ध)
रविवार दोपहर करीब 2:00 बजे रजनी अपनी दो बेटियों परी 5 वर्षीय और वंशिका 14 वर्षीय के साथ जिया से अपने घर शमशी वर्कशॉप की तरफ जाने के लिए अस्थायी झूला पुल से ब्यास नदी को पार कर रही थीं। इसी बीच अस्थायी झूला पुल का जोरदार झटका लगा। इससे सभी का संतुलन बिगड़ गया। परी रजनी की गोद में थी। वह छिटककर सीधे नदी में गिर गई। वंशिका को भी संभलने का मौका नहीं मिला, लेकिन गिरते हुए वंशिका के हाथ में अस्थायी झूला पुल की रस्सी आ गई।
वंशिका ने रस्सी को कसकर पकड़ लिया और करीब दस मिनट तक नदी से 20 फीट ऊपर बने अस्थायी झूला पुल से झूलती रही। रजनी भी अस्थायी झूला पुल पर बुरी तरह से फंसी हुई थीं। वह चाहकर भी वंशिका की मदद नहीं कर पा रही थीं। दोनों की चीखने की आवाजें सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे। लोगों ने मां-बेटी को सुरक्षित नीचे उतारा।नदी में गिरी छोटी बच्ची का शव लोगों ने घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर आगे पानी से बाहर निकला।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची। कुल्लू के पुलिस अधीक्षक डॉ. कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने कहा कि पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है। अस्थायी झूला पुल सही स्थिति में था या नहीं, इसकी भी जांच की जाएगी। अगर पुल की स्थिति ठीक नहीं होगी तो आगे के लिए इस पुल से नदी पार करना वर्जित किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस अस्थायी झूला पुल से कम ही लोग आवाजाही करते हैं। जिया पंचायत के प्रधान संजू पंडित ने कहा कि हादसा बेहद दुखद है।
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