कार्टून बनाकर छवि धूमिल करने वाले खूब राम पुलिस का शिकंजा चढ़ते ही फेसबुक से हुए गायब :- प्रवीन कुमार
कार्टून बनाकर छवि धूमिल करने वाले खूब राम पुलिस का शिकंजा चढ़ते ही फेसबुक से हुए गायब :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक
पालमपुर : केवल कृष्ण /
यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा यह सर्वविदित है कि भारतवर्ष के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोम नाथ शर्मा जी की यादगार में इन्साफ संस्था द्वारा प्रस्तावित वन वाटिका की आधार उनके पैतृक गाँव डाढ में वन विभाग द्वारा रखी गई । पूर्व विधायक ने कहा पालमपुर हल्के के जिन रणबांकुरों ने भारत माता रुपी मातृ भूमि की रक्षा करते करते अपना सर्वस्व न्योछावर किया है। ऐसे में उनकी शहादत एवं बलिदान को हमेशा हमेशा के लिए जिन्दा रखने हेतु इन्साफ संस्था कृत संकल्पित है। प्रवीन कुमार ने कहा इसी कड़ी में इन्साफ संस्था के ही अथक प्रयासों से प्रदेश व केन्द्र सरकार के सहयोग से विन्द्रावन में परमवीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन विक्रम वत्तरा , लाहला में 1962 में भारत - चीन युद्ध के दौरान शहीद हुए हन्गलो निवासी चौधरी परस राम , 1971 में भारत - पाक युद्ध में शहीद हुए लाहला निवासी रोशन लाल चौहान , लटवाला (बगोडा) निवासी पुन्नू राम धीमान व कारगिल युद्ध में शहीद हुए आसनपट्ट ( दराटी ) निवासी राकेश कुमार के नाम की वन वाटिकाओं ( पार्को ) अर्थात स्मारकों के निर्माण कार्य चले हुए हैं। जबकि अव जैसे ही संस्था ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर वन विभाग के सहयोग से मेजर सोमनाथ जी के नाम की वन वाटिका अर्थात वन विहार का शिलान्यास उनके छोटे भाई भारतीय थलसेना के पूर्व में अध्यक्ष रहे जनरल वी एन शर्मा जी के कर कमलों व पूर्व मुख्यमन्त्री श्री शान्ता कुमार , कांगड़ा- चम्वा संसदीय क्षेत्र के सांसद डाक्टर राजीव भारद्वाज व स्थानीय विधायक आशीष बुटेल जी की गरिमामयी उपस्थिति में करवाया तो कुछ मित्रों को बड़ी तकलीफ हुई ओर बहुत व्याकुल हो गये । इन खुरापातियों ने शहीदों को समर्पित इस कार्यक्रम को लेकर श्री आशीष बुटेल के साथ एक कार्टून बनाकर खूब राम नामक सज्जन ने सोशल मीडिया के माध्यम से फेसबुक डालकर जिस शब्दावली का प्रयोग किया । इस कृत्य से उनकी छबि को धूमिल करने का इस सज्जन ने कथित दुस्साहास एवं प्रयास किया । इस विषय को लेकर पूर्व विधायक ने डी एस पी पालमपुर को पत्र लिखकर खूब राम के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की । पूर्व विधायक ने कहा वह एक राजनैतिक प्राणी भी है। जरुरी नहीं कि सभी हमारे प्रशंसक ही होते हैं। हमारे कटु अलोचक व गालियां देने वाले भी होते हैं। इतना बर्दाश्त करने की क्षमता है। लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी के ऊपर इस तरह की शब्दावली लिखने का अधिकार खूब राम को किसने दिया । इस एवज़ में पुलिस द्वारा जव जांच पड़ताल शुरू की गई तो खूब राम फेसबुक से गायब हो गये हैं। पूर्व विधायक ने डी एस पी महोदय से कहा है ऐसी स्थिति में अव उन सज्जनों से भी पूछताछ की जाए जिन्होंने इस पोस्ट को शेयर किया है। खूब राम का पता चल जाएगा ओर भविष्य में इस तरह के मनचले जो मन में आया बकवास लिख दिया उनको सबक मिल जाएगा।
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