सातवीं शादी की तैयारी कर रही थी, तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गई। बांदा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवराज ने यह जानकारी दी।
सातवीं शादी की तैयारी कर रही थी, तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गई। बांदा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवराज ने यह जानकारी दी।
उत्तर प्रदेश : पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार दोनों महिलाओं में से पूनम दुल्हन बनकर पोज देती थी, जबकि दूसरी महिला संजना गुप्ता दुल्हन की मां बनकर नाटक करती थी। इस गिरोह में शामिल दो अन्य पुरुष विमलेश वर्मा और धर्मेंद्र प्रजापति, शादी के लिए लड़की ढूंढ रहे अविवाहित लड़कों को ढूंढकर पूनम से मिलवाते थे। इतना ही नहीं, दुल्हन ढूंढने के बदले विमलेश वर्मा और धर्मेंद्र प्रजापति लड़कों से पैसे भी वसूलते थे। इसके बाद एक साधारण कोर्ट मैरिज होती थी। शादी के बाद दुल्हन पूनम दूल्हे के घर जाती थी। वहां दूल्हे का विश्वास जीतकर मौका देखकर घर से पैसे और गहने लेकर फरार हो जाती थी।
इससे पहले भी ये लोग छह बार इसी तरह शादी का नाटक करके घरों में चोरी कर फरार हो चुके हैं। सातवीं शादी की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। शंकर उपाध्याय नाम के एक व्यक्ति ने पूनम और उसके गिरोह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उनके अनुसार, शंकर अविवाहित थे और शादी के लिए लड़की ढूंढ रहे थे। इसी दौरान विमलेश से उनकी मुलाकात हुई, जिसने शंकर उपाध्याय से कहा कि आपकी शादी हो जाएगी, लेकिन आपको 1.5 लाख रुपये देने होंगे। शंकर उपाध्याय इसके लिए तैयार हो गए।
शनिवार को यह शादी का दलाल विमलेश, शंकर को कोर्ट में बुलाकर इस नकली दुल्हन पूनम पांडे से मिलवाता है। इसके बाद ये लोग शंकर से 1.5 लाख रुपये मांगते हैं। इस दौरान शंकर उपाध्याय को कुछ शक हुआ और उन्होंने दुल्हन पूनम और उसकी मां बनकर आई संजना से आधार कार्ड मांगा। उनका व्यवहार देखकर मुझे शक हुआ। वे मुझे धोखा देने की कोशिश कर रहे थे। जब मैंने शादी से इनकार किया तो मुझे जान से मारने की धमकी दी। तब मैंने कहा कि मुझे सोचने के लिए समय चाहिए और वहां से चला गया।
मामले में बांदा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि शादी के नाम पर ठगी की शिकायत मिली थी। हमने तुरंत अपनी टीम को अलर्ट किया और चार लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें दो महिलाएं हैं, जो अविवाहित युवकों को शादी का झांसा देकर उनके घर से पैसे और गहने चुराकर फरार हो जाती थीं।
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