डा. दर्शन को पंजाबी भाषा विभाग की ओर से मिला मोहन राकेश पुरस्कार - Smachar

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डा. दर्शन को पंजाबी भाषा विभाग की ओर से मिला मोहन राकेश पुरस्कार

 डा. दर्शन को पंजाबी भाषा विभाग की ओर से मिला मोहन राकेश पुरस्कार


  सुजानपुर दिशा साहित्य मंच सुजानपुर के सरपरस्त तथा प्रसिद्ध नाटककार डॉक्टर दर्शन त्रिपाठी को उनके नाटक और शमा जलती रहे के लिए पंजाब के भाषा विभाग की ओर से प्रतिष्ठित मोहन राकेश पुरस्कार से सम्मानित किया गया है इससे संबंधी जानकारी देते हुए दिशा साहित्य मंच सुजानपुर के अध्यक्ष डॉक्टर लेखराज शर्मा बताया कि साहित्यकार व शिक्षाविद् डा. दर्शन त्रिपाठी के लिखित नाट्य पुस्तक "और शमा जलती रहे को "पंजाब भाषा विभाग ने सर्वोत्तम पुस्तक के रूप में पुरस्कृत करते हुए इस रचना के लिए डॉ दर्शन त्रिपाठी को मोहन राकेश पुरस्कार से सम्मानित किया है। उन्हें यह पुरस्कार भाषा विभाग पंजाब के निदेशक जसवंत जफर की ओर से पटियाला में बुलाकर उन्हें सम्मानित किया गया है। जोकि जिला पठानकोट तथा सुजानपुर के लिए बहुत गर्व की बात है । उन्होंने बताया कि पिछले काफी वर्षों से डॉक्टर दर्शन त्रिपाठी साहित्य के क्षेत्र में अहम कार्य कर रहे हैं। उनके इन कार्यों की बदौलत ही डा. दर्शन त्रिपाठी को उनके नाटक रचनाओं के लिए राष्ट्रीय हिंदी सेवा सहस्राब्दी सम्मान फ्रेंडशिप फोरम दिल्ली की तरफ से मदर टेरेसा एवं ग्लोबल अवार्ड सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं। उनके नाटक मुनि देष, पराशर का राक्षस यज्ञ लूणा

जिंदा है का कई मंचों पर मंचन हो चुका है। उनका नवीन नाटक संग्रह तारकामय भी प्रकाशित हो चुका है। डा. दर्शन त्रिपाठी का कहना है कि उनकी नाटक रचनाओं का उद्देश्य पौराणिक संस्कारों को सहेज कर रखना है। जिससे कि आज का युवा वर्ग अपने पौराणिक संस्कारों को अपने जीवन में अपनाए । दिशा साहित्य मंच सुजानपुर के अध्यक्ष डा. लेखराज शर्मा, गोपाल शर्मा फिरोजपुरी, ने कहा कि यह सम्मान मिलना हमारे क्षेत्र तथा मंच के लिए हर्ष की बात है। इस मौके पर भाषा ऑफिसर राजेश महाजन, डॉ लेखराज शर्मा, गोपाल शर्मा फिरोजपुर, सोनू आदि उपस्थित रहे l

फोटो डॉ दर्शन त्रिपाठी को सम्मानित करते हुए भाषा ऑफिसर राजेश महाजन व अन्य

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