पंचायत लाड़थ में पंचायत कार्य में घटिया सामग्री का हो रहा प्रयोग
पंचायत लाड़थ में पंचायत कार्य में घटिया सामग्री का हो रहा प्रयोग
विकास खंड फतेहपुर के अंतर्गत पंचायत लाड़थ में गांव के विकास कार्यों पर बिना किसी डर भय से लोकल खड्ड के घटिया सामग्री और सात आठ महीने पुराने ठोस हो चुके सीमेंट से लीपापोती का मामला सामने आया है ।
गुप्त सूत्रों के हवाले से पता चला है कि लाड़थ पंचायत के भटोली गांव वार्ड नंबर 7 में एक रास्ते का कार्य चल रहा है जिसमें बड़े बड़े गोला पत्थर डालकर ऊपर से लोकल खड्ड का घटिया मैटीरियल मात्र डेढ़ दो इंच मैटीरियल डाला जा रहा है । गोला पत्थरों के केवल ऊपरी हिस्से को ही ढका जा रहा है ।
इतना ही नहीं इस मार्ग का कार्य बिना किसी की रेखदेख में ही चल रहा है । मौका पर जाकर देखा गया तो न वहां पर प्रधान, न उपप्रधान, न कोई पंचायत कर्मचारी और न ही कोई वार्ड मेंबर था केवल राम भरोसे ही प्रभासी मजदूरों द्वारा कार्य चल रहा था।
बड़े हैरत की बात है कि रास्ते का निर्माण कार्य 7 नंबर वार्ड में चल रहा और कार्य की रही देख के लिए किसी अन्य वार्ड मेंबर को जिम्मेवारी दे रखी है । जोकि संदेहपूर्ण है ।
जब ग्राम पंचायत प्रधान संजना देवी से सीमेंट और खड्ड के मैटीरियल के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि सीमेंट दो महीने पहले का है । आचार संहिता के चलते हम कार्य नही करवा सके और सीमेंट पुराने बेंडर वाले ने मंगवाया था और बाद में मना कर गया । खड्ड का मैटीरियल हमारी कोटेशन में है और हम लगवा सकते है । अब सवाल यह उठता है कि जब तहसील ज्वाली, फतेहपुर और नूरपुर की कोई भी खड्ड माइनिंग के अंतर्गत नही आती है तो खड्ड मैटीरियल की माइनिंग पर्ची या फिर एम फॉर्म कहां उपलब्ध होगा । इसका मतलब जो भी पंचायतें खड्ड का मैटीरियल प्रयोग कर रही है वो धडल्ले से खनन कर रही है और बाद में क्रेशर का एम फॉर्म लगाकर आपसी बंदर बांट करके सरकार को चूना लगा रही है ।
इस बारे। उपप्रधान संजय कुमार ने बताया कि सीमेंट लगभग सात आठ महीने पुराना है और उसकी मुनियाद भी लगभग खत्म हो चुकी है और उसे रास्ते पर लगाना बेकार है । मैने मना भी किया था लेकिन कोई सुनने को त्यार न है । पत्थरों के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि पत्थरों में कोई गैप नहीं रखा गया है । पत्थर इतने घने डाले गए है कि मैटीरियल पत्थरों के ऊपर ही टिका हुआ है । बीच का एरिया खोखला है ।
जब पंचायत सचिव अंजना देवी से पूछा तो उन्होंने कुछ भी बताने से साफ मना कर दिया । मैं कुछ भी बताऊंगी ।
भरमाड़ से राजेश कतनौरिया कि रिपोर्ट!
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