चाय विक्रेता ने पॉलिथीन देने से किया मना,युवकों ने चाकूओं से गोदा, हुई मौत
चाय विक्रेता ने पॉलिथीन देने से किया मना,युवकों ने चाकूओं से गोदा, हुई मौत
हत्या करने के बाद जब हमलावर भागने लगे तो पुलिस ने एक हत्यारोपी तरुण को पकड़ लिया. नाराज लोगों ने हंगामा करते हुए जाम लगा दिया. थाने के बाहर भी हंगामा किया. कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और जैसे तैसे स्थिति को संभाला. चूंकि मामला दो संप्रदाय से जुड़ा था इसलिए पुलिस भी फूंक फूंक कर कदम रख रही थी. पुलिस ने भीड़ के कब्जे से एक हत्यारोपी तरुण को हिरासत में लिया और उसे सुरक्षित स्थान पर भिजवाया।
स्टैंड के पास का है. ढिकोली कॉलोनी के रहने वाले विनोद सेन चाय का खोखा लगाते हैं, वो किसी काम से गए थे तो उनका 24 साल का बेटा रोहित चाय बना रहा था. आरोप लगाया जा रहा है कि फारुख अपने भाई फैजान, समीर, तरुण और दो अन्य साथियों के साथ दुकान पर आया था।
उन्होंने रोहित से पॉलीथिन मांगी तो रोहित ने कह दिया पॉलिथीन नहीं है. इस पर रोहित को गालियां देनी शुरू कर दी गई और फिर चाकू से रोहित की कमर और गर्दन पर कई वार किए. खून से लथपथ रोहित जमीन पर गिर पड़ा और भगदड़ मच गई और हत्यारोपी भाग निकले. रोहित को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रोहित रजिस्ट्री कार्यालय में संविदा पर तैनात था और पिता की चाय की दुकान पर भी हाथ बटाने आ जाता था. रोहित की शादी छह माह पहले ही बागपत के बालेनी के रहने वाली शालू से हुई थी. रोहित की हत्या के बाद उसकी मां मुनेश, पत्नी शालू और दो बहनों ज्योति और गुड्डी का रो रो कर बुरा हाल है. रोहित के पिता विनोद का कहना है कि मेरे बेटे ने क्या बिगाड़ा था जो उसे इतनी बेरहमी से मार डाला. मेरे बेटे के शरीर पर चाकुओं से इतने वार किए कि रूह भी कांप गई।
इस सनसनीखेज हत्या के बाद इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. रोहित के पिता विनोद की तहरीर पर मावना थाना में फारुख, उसके भाई, समीर, फैजान, डॉक्टर फराहीम को नामजद किया है. मेरठ के एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि एक हत्यारोपी तरुण को गिरफ्तार कर लिया जबकि बाकी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रहीं हैं और पांच टीम गठित कर दी हैं।
रोहित की हत्या के बाद गुस्साए लोग बस एक ही बात कह रहे हैं है कि काश पुलिस इस हत्याकांड से पहले जाग जाती और इन्हें पकड़ लेती तो शायद रोहित जिंदा होता. किसी के घर का चिराग ना बुझता। क्योंकि रोहित की हत्या जिन हत्यारों ने की है उनमें कई शराब के नशे में थे और हथियार खुलेआम लहराते हुए बाजार में घूम रहे थे. किसी को नहीं पाता था कि आज मवाना में हथियार लेकर घूम रहे ये बदमाश खुलेआम कत्ल करने के इरादे से आए हैं।
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