सीटू जिला कमेटी चंबा की बैठक हुई संपन्न - Smachar

Header Ads

Breaking News

सीटू जिला कमेटी चंबा की बैठक हुई संपन्न

सीटू जिला कमेटी चंबा की बैठक हुई संपन्न

चंबा समाचार

चंबा(जितेंद्र खन्ना):-   सीटू जिला कमेटी की बैठक आज चम्बा में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष नरेन्द्र ने की। देश की राष्ट्रीय स्थिति व मजदूर वर्ग के हालात पर चर्चा करते हुए जिला महासचिव सुदेश ने कहा कि देश में राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र सरकार  नई आर्थिक व उदारीकरण, व निजीकरण की  नीतियों को लागू कर रही है। जिसका सीधा मकसद बड़े पूँजीपति को मुनाफा दिलाना है। इन्हीं नीतियों के चलते बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ रही है, महंगाई चरम सीमा पर है। 

देश में सांप्रदायिक माहौल को खराब किया जा रहा है देश के अंदर भाईचारे को कमजोर किया जा रहा है जो देश की एकता व अखंडता के लिए खतरा है। इससे देश आगे नहीं बढ़ सकता  ।  देश के सभी सरकारी उपक्रमों को निजी कंपनियों के हवाले किया जा रहा है। सड़क, बिजली, परिवहन, रेल, हवाई यात्रा, कोयला क्षेत्रों को निजी कंपनी के हवाले किया जा रहा है । व्यापार को आसान बनाने के नाम पर सस्ते दाम पर जल जंगल जमीन को  पूँजीतियों को कौड़ी के दाम पर बेचा जा रहा है। 

नौकरी के रास्ते या तो बंद कर दिये गए है या ठेका, आउटसोर्स, मल्टीटास्क, मल्टीर्पज़ वर्कर के नाम पर बंधुआ मजदूरी करवाई जा रही है। इस तरह की नौकरी में ना तो वेतन है ना ही कोई काम के घंटे तय होते है। ठेकाकरण के चलते   कामगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसमें कोई भी समाजिक सुरक्षा नहीं है। ना नियमित किया जाता है ना नौकरी की गारंटी है। जिसके चलते मजदूर में सरकार के खिलाफ रोष है जिसके चलते हर क्षेत्र में आए दिन आंदोलन होने की खबरें आती हैं।

वर्षों से काम कर रहे स्कीम वर्कर जिसमें मिड डे मील, आंगनबाड़ी वर्कर, आशा वर्कर हैं। इनके लिए सरकार कोई भी नीति लाने को तैयार नहीं है। इसमें काम करने वाली महिलाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ना ही पेंशन ना ही कोई समाजिक सुरक्षा है। आंगनबाड़ी कर्मियों के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार ग्रेच्युटी को अभी तक लागू नहीं किया गया है। मिड डे मील वर्कर्स को बारह महीने का वेतन नहीं मिलता न ही किसी प्रकार की छुट्टियां मिलती हैं। 

जिला में एन एच पी सी व अन्य निर्माणाधीन विद्युत प्रोजेक्ट चल रहे हैं। यहाँ पर श्रम क़ानून लागू नहीं हैं। मजदरों का शोषण किया जा रहा है। एन एच पी सी में  ठेका कामगार ठेकेदारों के साथ साथ एन एच पी सी  प्रबंधन के शोषण के शिकार है। यहां काम करने वाले मजदूरों को सरकार के द्वारा मिलने वाली छुट्टियां नहीं दी जाती हैं छुट्टी काटने पर वेतन में कटौती की जाती है ,कोई वेतन बढ़ोतरी नहीं है  । दूसरी बैरा सीयूल परियोजना में तो प्रबंधन ने मजदूरों के क्वार्टर के किराए में चार गुना बढ़ोतरी करके मजदूरों पर अत्यधिक आर्थिक बोझ  डाल दिया है ।  

प्रबंधन मजदूरों की किसी भी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है बैठक में इस फैसले पर योजना बनाई गई की आने वाले समय में इस फैसले के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी। बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि केंद्रीय ट्रेड यूनियन की समन्वय समिति द्वारा केंद्र सरकार की आम जनता विरोधी विशेष कर मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के खिलाफ मई महीने में होने वाली संयुक्त हड़ताल में सीटू से जुड़ी सभी यूनियन अन्य ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर चंबा में भी हड़ताल करेंगी और कार्य स्थलों पर धरने प्रदर्शन किए जाएंगे। 

साथ ही जिला स्तर पर भी बड़ा प्रदर्शन किया जायेगा। इसके अतिरिक्त बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि सभी यूनियनों के यूनियन  स्तर के सम्मेलन करके नई कमेटियां चुनी जाएगी और सितंबर में जिला का सम्मेलन किया जाएगा। 

बैठक में एनएचसी कर्मचारियों की कोऑर्डिनेशन कमेटी का राष्ट्रीय सम्मेलन चंबा में होने जा रहा है जिस की तैयारी करने के लिए भी योजना बनाई गई। बैठक में  किसानों की शिमला में 20 मार्च को होने वाले विधानसभा  प्रदर्शन का समर्थन किया गया व उनके समर्थन में जिला से सीटू से जुड़े लोग भी शिमला विधानसभा प्रदर्शन में शामिल होंगे। 

बैठक में सुदेश, विपिन, रिझु राम, कौशल्या, रीना, सरोज, अंजू, चंपा, आशा, अंजू कुमारी, शीला, आयूब, संजय, सीता राम, जीवन, महेन्द्र राणा, कुशल, लोकी, चमन, धर्मचंद, सुरेन्द्र आदि शामिल रहे।

कोई टिप्पणी नहीं