प्री मानसून ने बढ़ाई होटल कारोबारियों की दिक्कत
प्री मानसून ने बढ़ाई होटल कारोबारियों की दिक्कत
मनाली में होटल एक्यूपेंसी जीरो के बराबर
मनाली : ओम बौद्ध /
कुल्लू मनाली में पहले ऑपरेशन सिंदूर और अब प्री मानसून की दस्तक के मौसम की मार से पर्यटन नगरी मनाली में सन्नाटा छा गया है । मनाली का माल रोड भी सुनसान हो गया हो गया और मनाली के अधिकांश होटलों में ऑक्यूपेंसी जीरो हो गई है ।बुधवार को रोहतांग के लिए डीजल की 40 और पेट्रोल की 44 वाहनो ने ऑनलाइन बुकिंग की है जिस से पता चलता है कि मनाली में पर्यटकों की संख्या ना के बराबर है । आमतौर पर मई से जुलाई के प्रथम सप्ताह तक मनाली में पर्यटन सीजन भरपूर माना जाता है ।मई माह के महीने में भारत पाकिस्तान की तनातनी और ऑपरेशन सिन्धूर के कारण पर्यटन सीजन प्रभावित हुआ और जून में सीजन ठीक चल ही रहा था कि प्री मानसून के दस्तक से पर्यटन सीजन का अंत जून के अंतिम सप्ताह से पहले ही शुरू हो गया । समय से पहले ही पर्यटन सीजन समाप्त होने से मनाली के अधिकांश पर्यटन कारोबारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई दे रहीं हैं । होटल मालिकों के लिए बैंकों की किस्तें और बढ़ी हुई बिजली पानी की दरों का भुगतान करना मुश्किल हो रहा है । स्थानीय पर्यटन कारोबारी सुशील कुमार, सुदर्शन ठाकुर, रोशन ठाकुर ,नरेंद्र सूद ने बताया कि इस साल मनाली में पर्यटन सीजन महज 30 दिन का ही रहा है जिस से पर्यटन कारोबारियों को काफ़ी नुकसान हुआ है ।उन्होंने बताया कि मई में ऑपरेशन सिंदूर के कारण सीजन नहीं चल पाया और जून में ठीक सीजन चल रहा था कि समय से पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी। मनाली कुल्लू और मंडी में बादल फटने की घटना से पर्यटन कारोबार लगभग शून्य हो गया है।उन्होंने कहा कि अब पर्यटन कारोबारियों की उम्मीद दशहरा सीजन पर है ।अगर उस दौरान मौसम ने साथ दिया तो पर्यटन कारोबारियों को कुछ राहत मिल सकती है। स्थानीय किसान व बागवान भी अब साफ मौसम का इंतजार कर रहे हैं l ताकि फसल को समय से मंडियों तक पहुंचाया जा सके l
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