अनुसंधान के क्षेत्र में डॉ. प्यार सिंह को अमेरिकन रिसर्च संस्थानों ने प्रदान किया इंटरनेशनल एक्सीलेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड - Smachar

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अनुसंधान के क्षेत्र में डॉ. प्यार सिंह को अमेरिकन रिसर्च संस्थानों ने प्रदान किया इंटरनेशनल एक्सीलेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

 अनुसंधान के क्षेत्र में डॉ. प्यार सिंह को अमेरिकन रिसर्च संस्थानों ने प्रदान किया इंटरनेशनल एक्सीलेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड 


मैक्सिको से प्रोफेसर डॉ. लुईसा ग्लेशिया, जापान से प्रोफेसर डॉ. शिज़ुओं सूचियों और तमिलनाडु सरकार में शिक्षा मंत्री अनबिल महेश प्यायामोजी ने किया सम्मानित 

 शिमला : गायत्री गर्ग /

विश्व के सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान संस्थान एलसीवियर स्कोपस, अमेरिकन चैंबर ऑफ रिसर्च, वर्ल्ड रिसर्च काउंसिल, यूनाइटेड मेडिकल काउंसिल, क्रॉनिकल्स टाइम संयुक्त तत्वाधान में हिमाचल प्रदेश के धर्मपुर बनाल गांव व जिला मंडी से संबंध रखने वाले डॉ. प्यार सिंह को तमिलनाडु में तीन अगस्त को आयोजित की गई स्कोपस इन्डेक्स कॉनक्लेव- 2025 में सामाजिक विज्ञान और मीडिया अध्ययन में बेहतरीन अनुसंधान के लिए इंटरनेशनल एक्सीलेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया। स्कोपस इन्डेक्स कॉनक्लेव के निदेशक टी. रामकुमार एम.डी. ने बताया कि विश्वस्तर पर सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान योगदान और बहुविषयक अनुसंधान करने वालों को यह अवॉर्ड प्रदान किया जाता है, यह एशिया अनुसंधान अवार्ड्स की फ्लैगशिप कॉन्फ्रेंस है और इस बार इंटरनेशनल एक्सीलेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड के लिए डॉ. प्यार सिंह का चयन किया गया है और यह अवॉर्ड उन्हें स्कोपस इन्डेक्स कॉनक्लेव-2025 में मैक्सिको से प्रोफेसर डॉ. लुईसा ग्लेशिया, जापान से प्रोफेसर डॉ. शिज़ुओं सूचियों और तमिलनाडु सरकार में शिक्षा मंत्री अनबिल महेश प्यायामोजी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर सम्मानित किया गया। इस इंटरनेशनल एक्सीलेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा होने पर डॉ. प्यार सिंह ने कहा कि मेरे लिए यह गौरवशाली पल है कि मेरे सामाजिक विज्ञान और मीडिया अध्ययन के क्षेत्र में किए गए अनुसंधानों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है और विश्व के सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान संस्थाओं में मेरे अनुसंधानों को जगह मिली है। डॉ. प्यार सिंह ने कहा कि एलसीवियर स्कोपस अनुसंधान प्रकाशन के लिए सर्वश्रेष्ठ मंच है जो केवल बेहतरीन अनुसंधानों, शोधों को प्रकाशित करता और उनसे अन्य अनुसंधान कर्त्ताओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों और शिक्षार्थियों को बेहतर अनुसंधान करने के लिए प्रेरणा भी मिलती है। डॉ. प्यार सिंह ने कहा कि मेरे अधिकतर अनुसंधान एलसीवियर स्कोपस में प्रकाशित हुए हैं और कुछ अन्य अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान से संबंधित जर्नल्स में भी प्रकाशित हुए हैं। डॉ. प्यार सिंह ने कहा कि अनुसंधान के क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, युनेस्को में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, मीडिया और स्वास्थ्य से जुड़े विषयों पर कैलिफोर्निया, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय जैसे विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों के साथ प्रतिभाग किया है और बेहतर शोध कार्यों और शोध टेस्ट क्वालीफाई करने के लिए इन विश्व संगठनों की ओर से प्रमाणपत्र व शोध प्रमाणपत्रों से भी सम्मानित भी किया है। डॉ. प्यार सिंह ने कहा कि इंटरनेशनल एक्सीलेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिलने से पहले उन्हें लंबे समय से हिमाचल प्रदेश से संबंधित साहित्य लेखन, शोध आधारित संस्कृति व इतिहास लेखन पर राज्य स्तरीय अवॉर्ड शान ए हिमाचल, नेशनल फैकल्टी अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस -इन- रिसर्च से भी सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. प्यार सिंह ने पूर्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, आईटीएफटी कॉलेज चंडीगढ़ में भी विद्यार्थियों को पढ़ाया है, टीवी न्यूज 24, ऑल इंडिया रेडियो शिमला में भी काम किया है और वर्तमान समय में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में बतौर विभागाध्यक्ष सेवाएं दे रहे हैं। भारतीय सेना की पृष्ठभूमि से जुड़े डॉ. प्यार सिंह ने एनसीसी में भी बेहतर कार्य किया है और आज भी भारतीय सैन्य अकादमी व कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट में इनके डिफेन्स आधारित शोध प्रशिक्षण अधिकारियों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं। यही नहीं डॉ. प्यार सिंह का अनुसंधान लेखन शोधार्थियों के लिए प्रेरित करने और उनकी शोध कार्यों में शामिल हो रहे हैं। डॉ. प्यार सिंह ने सौ से अधिक शोधपत्र विभिन्न स्कोपस सहित अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं जबकि सौ से अधिक आलेख विभिन्न जर्नल्स, गवर्नमेंट जर्नल गिरिराज, हिमप्रस्थ व न्यूजपेपर में प्रकाशित हो चुके हैं। डॉ. प्यार सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने पत्रकारिता एवं जनसंचार से संबंधित पाठ्य पुस्तकों का लेखन, अनुसंधान और भारतीय सेना व रक्षा से संबंधित पुस्तकों का लेखन कार्य भी किया है, जिनमें ए हैंडबुक ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, अनुवाद समाधान और मीडिया के साथ संबंध, ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म एंड प्रोडक्शन, इंट्रोडक्शन टू मीडिया एंड कल्चरल स्ट्डीज, फंडामेंटल्स ऑफ डेवलपमेंट कम्युनिकेशन, फंडामेंटल्स ऑफ फोटो जर्नलिज्म, न्यूज रिपोर्टिंग, राइटिंग एंड एडिटिंग, इंटर कल्चरल एंड कॉरपोरेट कम्युनिकेशन, मीडिया एज ए कैटेलिस्ट फॉर चेंज: फ्रॉम पब्लिक वॉयस टू लेजिस्लेटिव एक्शन इन इंडिया, कारगिल वार: द लास्ट लेटर फ्रॉम एलओसी, एनसीसी: द सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस, एनाटॉमी ऑफ रिसर्च मैथोडोलॉजी जैसी पुस्तकें शामिल हैं।

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