डीसी ने स्वयं सहायता समूहों को बांटे 63 लाख के ऋण स्वीकृति पत्र
डीसी ने स्वयं सहायता समूहों को बांटे 63 लाख के ऋण स्वीकृति पत्र
बोले... समूह में काम करने के हमेशा मिलते हैं सार्थक परिणाम
धर्मशाला राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत आज मंगलवार को डीआरडीए हाल कांगड़ा में ऋण दिवस आयोजित किया गया। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला के 15 स्वयं सहायता समूहों को 63 लाख रुपये के ऋण स्वीकृति पत्र जारी किए। उपायुक्त ने कहा कि सरकार स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार के लिए सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि समूह में काम करने के हमेशा सार्थक परिणाम मिलते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां अधिकतर आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है तथा लोगों के पास अर्थाजन के संसाधन कम हैं। यदि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं सामूहिक रूप से कोई कार्य करती हैं तो उसके परिणाम भी अच्छे आते हैं।
बकौल उपायुक्त, जिले में कई स्वयं सहायता समूह अनुकरणीय कर रही हैं जिससे हजारों की संख्या में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जहां एक तरफ अपने क्षेत्र में ही अर्थाजन का बेहतर विकल्प मिल सकता है। वहीं इसके माध्यम से हम अपने स्थानीय उत्पादों और पारंपरिक कृतियों को भी पुनः मुख्यधारा में ला सकते हैं।
इस दौरान उपायुक्त ने बेहतरीन कार्य करने वाले बैंकों और सामुदायिक संसाधन व्यक्तियों को स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने सामुदायिक संसाधन व्यक्तियों को निर्देश दिए कि वे फील्ड में जाकर अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूहों को ऋण उपलब्ध करवाएं ताकि निर्धारित लक्ष्यों को समय रहते प्राप्त किया जा सके।
अपनी गुणवत्ता रखें बरकरार बाकि सहयोग हम करेंगे
हेमराज बैरवा ने कहा कि आपके उत्पादों की गुणवत्ता ही आपकी खासियत है इसलिए इसे सदैव बरकरार रखें बाकि का सहयोग हम करेंगे। उन्होंने कहा कि बहुत बार अनुभव में आया कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए उत्पाद गुणवत्ता के मामले में अन्य बाजारी उत्पादों से बहुत बेहतर होते हैं। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बेहद सादगी और इमानदारी से उत्पादों को बनाती हैं इसलिए उनमें मिलावट या अशुद्धता न के बराबर होती है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने के लिए सरकार और जिला प्रशासन गंभीरता से काम कर रहे हैं।
डीसी ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा इसी के निमित्त हिम-ईरा की शुरुआत प्रदेश में की गई है और जिला प्रशासन द्वारा तैयार ‘अपना कांगड़ा’ के माध्यम से भी जल्द ही स्वयं सहायता समूहों को मार्केट उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक मदद उपलब्ध करवाने के लिए भी मिशन मोड पर काम करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है, जिसके चलते आज यहां ऋण स्वीकृति पत्र जारी किए।
607 समूहों को लिए स्वीकृत की जाएगी 16 करोड़ 57 लाख की राशि
बता दें कि 5 से 19 दिसंबर तक स्वयं सहायता समूहों के लिए बैंक लोन उपलब्ध करवाने के लिए ऋण अभियान चलाया गया था। इस अभियान के तहत 609 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से लगभग 16 करोड़ 57 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की जाएगी।
यह रहे उपस्थित
इस मौके पर पीओ डीआरडीए चंद्रवीर सिंह, बैंक प्रतिनिधि, स्वयं सहायता समूहों के सदस्य सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

 
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