महाकुंभ में भगदड़ मचने के कारण अमृत स्नान रूका
महाकुंभ में भगदड़ मचने के कारण अमृत स्नान रूका
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: महाकुंभ में भगदड़ की खबरों पर विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा का कहना है, "संगम मार्गों पर कुछ बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। कुछ लोग घायल हुए हैं। उनका इलाज चल रहा है। यह कोई गंभीर स्थिति नहीं है.
#WATCH | #Mahakumbh | Prayagraj, Uttar Pradesh: On the reports of a stampede at the Maha Kumbh, Special Executive Officer Akanksha Rana says, "On the Sangam routes, a stampede-like situation arose after some barriers broke. Some people have been injured. They are under treatment.… pic.twitter.com/SgLRVXMlgf
— ANI (@ANI) January 28, 2025
डायवर्जन किए गए घाटों पर लोग जाना नहीं चाह रहे थे. सभी को संगम पर स्नान करना था, जिसकी वजह से एक ही जगह पर ओवर क्राउडिंग हो गया और भगड़ग की स्थिति पैदा हो गई.घायलों को महाकुंभ स्थित केंद्रीय अस्पताल में लाया जा रहा है. बता दें मौनी अमावस्या के स्नान के कारण 8-10 करोड़ लोगों की भीड़ महाकुंभ पहुंच गई थी.मेला क्षेत्र में लगातार अनाउंसमेंट किया जा रहा है कि कोई भी संगम घाट की तरफ ना जाए. लोग जल्द से जल्द बाहर निकलने की कोशिश करें.
दर्जनों एम्बुलेंस से घायलों को केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ लाया गया है, जहां घायलों का उपचार चल रहा है. गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को हायर सेंटर भी रेफर किया गया है. बताया जा रहा है कि घायलों को अस्पताल लाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. महाकुंभ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है. राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से अखाड़ों के महंतों की वार्ता चल रही है. महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव यमुना पुरी ने मेला प्रशासन को बताया कि वह सब अमृत स्नान अभी रोक दिए हैं.
तो वहीं संगम पर भगदड़ के बाद NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया है. कमांडो ने जेटी के आस-पास को अपने कब्जे में ले लिया. साथ ही शहर की सड़कों पर जिन सुरक्षा जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी, उन्हें अब संगम की ओर भेजा जा रहा है. संगम पर भीड़ को देखते हुए सुरक्षा जवानों को बढ़ाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज ने की श्रद्धालुओं से अपील -
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) January 29, 2025
माँ गंगा के जिस घाट के जो समीप है, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें।
प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।
किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
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