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एनडीआरएफ टीम ने दिखाई वीरता, पानी में फंसे चार लोगों को सुरक्षित बचाया

 एनडीआरएफ टीम ने दिखाई वीरता, पानी में फंसे चार लोगों को सुरक्षित बचाया

शाहपुरकंडी के राजपुरा गाँव के पास घटी घटना, समय रहते की गई रेस्क्यू कार्रवाई


पठानकोट

पठानकोट जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की तत्परता ने रविवार को एक बड़ा हादसा होने से टाल दिया। लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों से आ रहे तेज़ बहाव के कारण रावी नदी और अन्य नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया। इसी बीच शाहपुरकंडी के निकट राजपुरा गाँव के पास एक परिवार पानी में फँस गया।


प्रशासन ने तुरंत की कार्रवाई


जैसे ही घटना की सूचना मिली, पठानकोट के उपायुक्त आदित्य उप्पल ने तुरंत एनडीआरएफ टीम से संपर्क साधा और मौके पर राहत कार्य शुरू करवाया। राहत अभियान की देखरेख जिला राजस्व अधिकारी पवन कुमार और बीडीपीओ जसबीर कौर ने की।


सुरक्षित निकाले गए चार लोग


एनडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद गुज्जर समुदाय से संबंधित परिवार के चार सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाला। इनमें


सनी मोहम्मद (68 वर्ष)


रेसमा (52 वर्ष)


बीना (28 वर्ष)


और मासूम सुल्तान अली (2 वर्ष) शामिल थे।



टीम ने इन सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध करवाई। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि सभी सदस्य पूरी तरह स्वस्थ हैं और किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई है।


बारिश से बिगड़े हालात


गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से जिले में लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते रणजीत सागर बांध और शाहपुरकंडी से पानी छोड़ा गया, जिससे रावी नदी का जलस्तर और अधिक बढ़ गया। साथ ही ऊज नदी, जलालिया, चक्की खाल और अन्य नहरों-नालों में भी पानी का स्तर सामान्य से ऊपर है। प्रशासन पहले ही लोगों को सतर्क रहने और नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील कर चुका था।


उपायुक्त ने की अपील


उपायुक्त आदित्य उप्पल ने घटना के बाद आम जनता से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक रूप से नदी-नालों के पास जाने से बचें। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क किया जाए।


ग्रामीणों ने जताया आभार


राजपुरा गाँव के लोगों ने समय रहते बचाव कार्य करने के लिए एनडीआरएफ टीम और जिला प्रशासन का आभार जताया। ग्रामीणों ने कहा कि अगर मदद देर से पहुंचती तो स्थिति गंभीर हो सकती थी।

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