हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में ABVP और SFI के बीच खूनी संघर्ष
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में ABVP और SFI के बीच खूनी संघर्ष
शिमला(गायत्री गर्ग):- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई के इकाई मंत्री आशीष शर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा कि तकरीब 10 से 15 दिनों से विश्वविद्यालय में SFI के गुंडों द्वारा ABVP की छात्रा कार्यकर्ताओं के ऊपर गलत कमेंटिंग एवं कार्यकर्ताओं के ऊपर गाली गलौच एवं धमकी दी जा रही थी। जिसके कारण विश्वविद्यालय में हुड़दंग एवं आतंक का माहौल बना हुआ था।
विद्यार्थी परिषद द्वारा विश्वविद्यालय में सिक्योरिटी को न हटाने के लिए कुलपति एवं DSP से मिलना हुआ था। जिसमें विद्यार्थी परिषद ने यह मांग रखी थी कि विश्वविद्यालय में सिक्योरिटी होना अत्यंत आवश्यक है लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन द्वारा कोई सिक्योरिटी विश्वविद्यालय में नहीं लाई गई एवं पूरी फोर्स को हटा दिया गया था।
जिस कारण SFI के गुंडों के हौंसले खुले जिस से वे रोज कुछ न कुछ उपद्रव मचाते रहे और उनके द्वारा तेज धार हथियारों से हमला किया गया। ऐसे ही पिछले कुछ दिनों से विश्वविद्यालय में दीवार लेखन की जा रही थी जिसमें विद्यार्थी परिषद द्वारा अपने पुराने स्पॉट में नई वॉलराइटिंग की गई थी। ऐसे ही विद्यार्थी परिषद द्वारा की गई वॉलराइटिंग को SFI के गुंडों द्वारा मिटा दिया गया जहां आतंक का माहौल ओर गरमा गया।
आज जब सुबह करीब 10 बजे ABVP के कुछ कार्यकर्ता विश्वविद्यालय आ रहे थे उस दौरान ABVP के निहत्थे कार्यकर्ताओं पर घात लगाए बैठे SFI के गुंडों द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में तेज दराट व रोड़ से हमला किया गया जिसमें ABVP के कार्यकर्ताओं को गंभीर एवं गहरी चोटें आईं हैं। ऐसे हे करीब 12 बजे एक बार फिर बालूगंज में SFI के गुंडों द्वारा ABVP के दो कार्यकर्ताओं पर दराट से हमला किया गया। सरकार को SFI जैसे आतंकी वं खूनी संगठन को बैन कर देना चाहिए ताकी आने वाले समय में ऐसी खूनी वारदाते किसी भी शिक्षण संस्थान में न हो।
इकाई मंत्री आशीष शर्मा जी ने कहा की ऐसे खूनी इतिहास वाले संगठन द्वारा बार बार ऐसा खूनी प्रहार अत्यंत निंदनीय है सभी छात्रों को भी ऐसे खूनी संगठन का विरोध करते हुए सरकार से SFI जैसे आतंकी संगठन को बैन करने की मांग करनी चाहिए। ताकि शिक्षण संस्थानों में शांति एवं शिक्षा का माहौल बना रहे।
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