तृप्ता पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल चलवाड़ा में स्वतंत्रता दिवस और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का भव्य आयोजन
तृप्ता पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल चलवाड़ा में स्वतंत्रता दिवस और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का भव्य आयोजन
चलवाड़ा तृप्ता पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन वरिंद्र नरियाल, प्रधानाचार्य राकेश राणा, समस्त अध्यापकगण और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुई। चेयरमैन वरिंद्र नरियाल और प्रधानाचार्य राकेश राणा ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी और उपस्थित सभी ने मिलकर राष्ट्रगान गाया। अपने संबोधन में दोनों गणमान्य व्यक्तियों ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए देश के लिए बलिदान देने वाले सभी वीर शहीदों को नमन किया। उन्होंने कहा कि आजादी हमें सहज रूप से नहीं मिली, बल्कि इसके लिए अनगिनत वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। हमें उनके आदर्शों पर चलते हुए देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए।
देशभक्ति गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
विद्यालय की अध्यापिका अनीता गुलेरिया ने मधुर स्वर में देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर माहौल को भावुक और प्रेरणादायक बना दिया। इसके बाद विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों ने कविताएं, लघु नाटिकाएं और गीत प्रस्तुत किए। कक्षा प्रथम और द्वितीय के बच्चों ने देशभक्ति पर आधारित नाटिकाएं और कविताएं प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
विद्यार्थियों ने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की वेशभूषा धारण कर उनके बलिदान और देशप्रेम की झलक पेश की। “सरफ़रोशी की तमन्ना” जैसी कविताओं ने उपस्थित सभी के मन में जोश और गर्व का संचार किया।
जन्माष्टमी की रंगारंग धूम
स्वतंत्रता दिवस के साथ ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भी पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। किंडरगार्टन सेक्शन के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने श्रीकृष्ण और राधा की वेशभूषा धारण कर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। मटकी फोड़, गुलाल की होली, झूला झूलना, सखियों संग श्रीकृष्ण नृत्य और माखन चुराने जैसे पारंपरिक खेलों ने सभी को आनंदित कर दिया।
चेयरमैन और प्रधानाचार्य ने बच्चों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई देते हुए गीता के उपदेशों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जीवन में संघर्ष, सत्य और कर्तव्यनिष्ठा का महत्व श्रीकृष्ण के जीवन से सीखना चाहिए।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और सभी प्रतिभागियों को शुभकाम
नाओं के साथ हुआ।
कोई टिप्पणी नहीं