हवलदार विकास भंडारी को पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
हवलदार विकास भंडारी को पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
बैजनाथ
उपमंडल बैजनाथ की ग्राम पंचायत सकड़ी के गांव दयोड़ा निवासी एवं भारतीय सेना की स्पेशल फोर्स में तैनात 41 वर्षीय हवलदार विकास भंडारी को आज उनके पैतृक गांव में नम आंखों और पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
उनका पार्थिव शरीर सेना की देखरेख में गांव पहुंचते ही पूरा इलाका शोक और गर्व के माहौल से गूंज उठा। परिजनों, ग्रामीणों और स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में हवलदार भंडारी का अंतिम संस्कार महाकाल में किया गया। इस दौरान सेना के जवानों ने शस्त्र झुकाकर उन्हें सलामी दी और स्थल पर लगातार "भारत माता की जय" तथा "विकास भंडारी अमर रहें" के गगनभेदी नारे गूंजते रहे।
कुपवाड़ा सेक्टर में हुआ निधन
बताया जा रहा है कि हवलदार विकास भंडारी जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में तैनात थे। वहीं ड्यूटी के दौरान अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने से उनका निधन हो गया। सेना के अधिकारी उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमान से हिमाचल लाए और इसके बाद सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव तक पहुंचाया गया।
अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
गांव पहुंचने पर हजारों की संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। ग्रामीणों ने अपने वीर सपूत को श्रद्धासुमन अर्पित किए। बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी अंतिम यात्रा में शामिल होकर गर्व और पीड़ा के मिश्रित भावों से अपने सैनिक बेटे को विदाई देने पहुंचे।
अंतिम संस्कार के समय वातावरण बार-बार "शहीद अमर रहें" और "भारत माता की जय" के नारों से गूंजता रहा। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था, वहीं पूरे गांव और आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
प्रशासन व सेना अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
इस मौके पर एसडीएम बैजनाथ संकल्प गौतम, डीएसपी अनिल शर्मा, तहसीलदार रमन ठाकुर सहित स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। सेना के अधिकारियों ने भी हवलदार भंडारी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।
एसडीएम संकल्प गौतम ने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर संवेदनाएं व्यक्त कीं और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि "हवलदार विकास भंडारी का देश के प्रति यह बलिदान सदैव अमर रहेगा। उनकी वीरता और कर्तव्यनिष्ठा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।"
गांव ने झुका सिर, दी भावभीनी विदाई
ग्रामीणों ने भी नम आंखों से अपने वीर बेटे को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। पंचायत प्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों और युवाओं ने मिलकर अंतिम यात्रा में भाग लिया। गांव का हर कोना "वीर सपूत अमर रहे" के नारों से गूंज उठा।
हवलदार विकास भंडारी के निधन से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा क्षेत्र गहरे शोक में है। लेकिन साथ ही गांववासी इस बात पर गर्व महसूस कर रहे हैं कि उनका बेटा देश की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ।
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