छात्र संघ चुनाव बहाल न करना छात्रों के अधिकारों का हनन : ललित वर्मा
छात्र संघ चुनाव बहाल न करना छात्रों के अधिकारों का हनन : ललित वर्मा
सरकार युवाओं की आवाज़ से भयभीत – अभाविप
चंबा : जितेन्द्र खन्ना /
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) जिला चंबा ने प्रदेश सरकार पर छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने का गंभीर आरोप लगाया है। संगठन के जिला संयोजक ललित वर्मा ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें छात्र संघ चुनाव बहाल न करने का तर्क "हिंसा की घटनाओं" से जोड़ा गया है।
ललित वर्मा ने कहा कि शिक्षा मंत्री का यह बयान न केवल अलोकतांत्रिक है बल्कि यह छात्रों की आवाज़ को दबाने का स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 तक प्रदेश में नियमित रूप से छात्र संघ चुनाव आयोजित होते रहे, लेकिन उसके बाद से छात्रों को इस अधिकार से वंचित रखा जा रहा है। “लगातार 12 वर्षों से छात्रों के इस लोकतांत्रिक अधिकार को छीना गया है। सरकार युवाओं की आवाज़ से भयभीत है और यही कारण है कि चुनावों को बहाल नहीं किया जा रहा,” वर्मा ने कहा।
अभाविप ने स्पष्ट किया कि छात्र संघ चुनाव केवल नेतृत्व निर्माण का मंच नहीं हैं, बल्कि यह छात्रों में लोकतांत्रिक संस्कारों को विकसित करने और उन्हें राजनीति तथा सामाजिक जिम्मेदारियों से जोड़ने का सशक्त माध्यम हैं। वर्मा ने कहा, “आज युवाओं को राजनीति से जोड़ना, उनकी समस्याओं को उठाना और शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए छात्र संघ चुनावों की बहाली आवश्यक है।”
प्रदेश मंत्री ने सवाल उठाया कि यदि सरकार लोकतंत्र और संवैधानिक अधिकारों पर विश्वास करती है तो फिर छात्रों को उनका हक क्यों नहीं दे रही? क्या वास्तव में सरकार को युवाओं की आवाज़ सुनने से डर लगता है?
अभाविप ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही छात्र संघ चुनाव बहाल नहीं किए जाते तो विद्यार्थी परिषद पूरे हिमाचल प्रदेश में व्यापक आंदोलन छेड़ेगी। संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि अब छात्र और परिषद चुप नहीं बैठेंगे, बल्कि संघर्ष की राह पर उतरकर हर स्तर पर सरकार से अपना लोकतांत्रिक अधिकार वापस लेने के लिए लड़ेंगे।
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