निर्माणाधीन नहर में बुआ–भतीजा डूबे, महिला की मौत, 10 वर्षीय बच्चा अब भी लापता - Smachar

Header Ads

Breaking News

निर्माणाधीन नहर में बुआ–भतीजा डूबे, महिला की मौत, 10 वर्षीय बच्चा अब भी लापता

 निर्माणाधीन नहर में बुआ–भतीजा डूबे, महिला की मौत, 10 वर्षीय बच्चा अब भी लापता


पठानकोट  जिले के राजपुरे गांव में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक और दहशत में डाल दिया। नवनिर्मित पावर हाउस परियोजना से निकल रही निर्माणाधीन नहर में 26 वर्षीय रेशमा पत्नी गगन और उसका 10 वर्षीय भतीजा विशाल पुत्र सतीश कुमार पानी में बह गए। हादसे में रेशमा की मौत हो गई, जबकि मासूम विशाल का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।


हादसा कैसे हुआ?


मिली जानकारी के अनुसार, रेशमा अपने भतीजे विशाल के साथ नहर किनारे गई हुई थी। अचानक दोनों का संतुलन बिगड़ गया और वे फिसलकर गहरे पानी में गिर पड़े। पानी का बहाव इतना तेज़ था कि दोनों कुछ ही पलों में लहरों के बीच बह गए।


महिला का शव बरामद, बच्चा लापता


स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। कुछ ही दूरी पर रेशमा का शव नहर से बरामद कर लिया गया। उसे तुरंत सिविल अस्पताल पठानकोट पहुंचाया गया, जहाँ पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।

हालांकि, 10 वर्षीय विशाल का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाया और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। गोताखोर और स्थानीय टीमें नहर के अलग–अलग हिस्सों में तलाश कर रही हैं।


गांव में मातम और परिजनों का रो–रोकर बुरा हाल


इस हादसे ने पूरे राजपुरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है। रेशमा के परिजनों का रो–रोकर बुरा हाल है, वहीं विशाल के माता–पिता अपने बेटे की सलामती के लिए लगातार दुआ कर रहे हैं। ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर जमा हैं और बच्चे की तलाश को लेकर बेचैनी से हर पल इंतजार कर रहे हैं।


प्रशासन की अपील और आगे की कार्रवाई


प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि बच्चे को ढूंढने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। रेस्क्यू टीम लगातार पानी की धारा को खंगाल रही है। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे नहर के आसपास सतर्क रहें, क्योंकि यह नहर अभी निर्माणाधीन है और सुरक्षा उपाय पूरी तरह लागू नहीं हैं।


दर्दनाक सबक


गाँव के लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन को निर्माणाधीन नहरों और परियोजनाओं के आसपास सुरक्षा घेराबंदी और चेतावनी संकेतक बोर्ड लगाने चाहिए। ताकि लोग लापरवाही से इन जगहों पर न जाएँ और इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

कोई टिप्पणी नहीं