शिमला के रिज मैदान पर धूमधाम से मना 79वां स्वतंत्रता दिवस
शिमला के रिज मैदान पर धूमधाम से मनाया 79वां स्वतंत्रता दिवस
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने फहराया तिरंगा, विकास योजनाओं और उपलब्धियों का रखा पूरा ब्योरा
शिमला : गायत्री गर्ग /
ऐतिहासिक रिज मैदान देशभक्ति के रंगों से सराबोर रहा, जब हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और भव्य परेड की सलामी ली। परेड का नेतृत्व इंस्पेक्टर आशीष कौशल ने किया। इस मौके पर प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव नहीं बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों, एकता, अखंडता और भाईचारे के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का दिन है।
वीरभूमि हिमाचल का योगदान
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के वीर सपूतों ने स्वतंत्रता संग्राम और देश की रक्षा में अद्वितीय योगदान दिया है। प्रदेश को 4 परमवीर चक्र, 2 अशोक चक्र, 10 महावीर चक्र और 24 कीर्ति चक्र जैसे सर्वोच्च सैन्य सम्मान प्राप्त हुए हैं। मेजर सोमनाथ शर्मा देश के पहले परमवीर चक्र विजेता रहे, जबकि कैप्टन विक्रम बत्रा, सूबेदार मेजर संजय कुमार और कर्नल डी.एस. थापा भी इस सम्मान से नवाज़े गए।
आपदा राहत और पुनर्वास
उन्होंने याद दिलाया कि 2023 और 2025 में आई प्राकृतिक आपदाओं—भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़—से प्रदेश को भारी नुकसान हुआ। सरकार ने सीमित संसाधनों के बावजूद विशेष राहत पैकेज का प्रावधान किया और राहत राशि को 25 गुना तक बढ़ाया।
कर्मचारियों, युवाओं और किसानों के लिए पहल
ओपीएस बहाल: सरकार ने पहली कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना बहाल कर कर्मचारियों से किया वादा पूरा किया।
ई-टैक्सी योजना: 50% अनुदान के साथ युवाओं के लिए ई-टैक्सी योजना शुरू, अब तक 75 लाभार्थियों को सहायता।
सौर ऊर्जा: 100-500 किलोवाट क्षमता के निजी सौर संयंत्रों पर 50% सब्सिडी।
दूध समर्थन मूल्य: हिमाचल देश का पहला राज्य है जो दूध पर समर्थन मूल्य दे रहा है—गाय का ₹51/लीटर, भैंस का ₹61/लीटर।
सेब उत्पादकों के लिए राहत: सेब समर्थन मूल्य ₹1.50/किलो बढ़ाकर ₹12/किलो, मंडी मध्यस्थता योजना के तहत 153 करोड़ जारी, यूनिवर्सल कार्टन प्रणाली लागू।
शिमला के बड़े विकास प्रोजेक्ट
देश का सबसे लंबा रोपवे: 1734.70 करोड़ की लागत से 13.79 किमी लंबा रोपवे, परियोजना स्वीकृति के अंतिम चरण में।
शहरी ढांचा सुधार: ₹50 करोड़ की लागत से 19 इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट—लिफ्ट, एस्केलेटर आदि।
जाखू मंदिर विकास: एस्केलेटर सुविधा शुरू, सौंदर्यकरण योजना जल्द।
पानी की आपूर्ति: सतलुज नदी से 587 करोड़ की पेयजल योजना, 872 करोड़ की 24x7 जलापूर्ति परियोजना (2028 तक पूर्ण)।
ठियोग की कुरपण खड्ड योजना: 315 करोड़ की लागत, जून 2026 तक पूर्ण।
जल जीवन मिशन: जिला शिमला में 819 करोड़ की 236 योजनाएं स्वीकृत, 706.87 करोड़ खर्चा
परिवहन और पर्यावरण
एचआरटीसी बेड़े का नवीनीकरण: पहली बार 1000 बसों का फ्लीट बदला जा रहा है—327 इलेक्ट्रिक, 250 डीज़ल, 100 मिनी बसें; 33 नई वोल्वो शामिल।
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन: 110 करोड़ की लागत से 6 ग्रीन कॉरिडोर पर 129 स्थानों पर स्टेशन।
राहवीर योजना: सड़क हादसों में घायलों की मदद करने वालों को ₹25,000 प्रोत्साहन।
पर्यावरण संरक्षण: सौर और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने पर ज़ोर।
सम्मान और सांस्कृतिक रंग
राहवीर योजना सम्मान: उत्तराखंड के अमित चौहान और मनोज कुमार को सम्मानित (भूस्खलन के कारण समारोह में नहीं आ पाए, आरटीओ ने सम्मान ग्रहण किया)।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां: ललित कला महाविद्यालय लोहारब बनुटी का शास्त्रीय नृत्य, ठियोग का महासुवी नाटी, सम्भोता तिब्बतन स्कूल का तिब्बतन नृत्य, धामी कॉलेज का गिद्धा, राजकीय कन्या महाविद्यालय की किन्नौरी नाटी। सभी को प्रोत्साहन राशि और प्रमाणपत्र प्रदान।
गुब्बारे छोड़े: बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना का संदेश देते हुए गुब्बारे छोड़े गए।
विशेष उपस्थिति
समारोह में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, विधायक हरीश जनारथा, कुलदीप सिंह राठौर, मोहन लाल ब्राक्टा, वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार गोकुल बुटेल, हिमुडा उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा, राज्य सहकारी बैंक अध्यक्ष देवेंदर श्याम, नगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान, उपमहापौर उमा
कौशल, वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
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