बाल्ट–डहणू–सिध्यानी मार्ग एक महीने से बंद, ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें
बाल्ट–डहणू–सिध्यानी मार्ग एक महीने से बंद, ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें
लचर कार्यशैली से परेशान लोग, विभागीय अधिकारियों के घेराव की दी चेतावनी
रिवालसर : अजय सूर्या /
नेरचौक लोक निर्माण विभाग मंडल की अनदेखी और कार्य में लापरवाही के कारण बाल्ट–डहणू–सिध्यानी मार्ग पिछले एक महीने से पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है। सड़क पर जगह-जगह पहाड़ी मलबा गिरा होने से परिवहन निगम की बसें ठप हो चुकी हैं, जिससे क्षेत्र की आधा दर्जन पंचायतों के हजारों लोगों का जनजीवन प्रभावित हो गया है।
बीमारों, बच्चों और कर्मचारियों को सबसे अधिक परेशानी
सड़क बंद होने से बीमार लोगों को अस्पताल पहुँचाने में दिक्कतें, स्कूली बच्चों को रोजाना लंबा पैदल सफर तय करना पड़ रहा है, जबकि दफ्तरों में कार्यरत कर्मचारियों को समय पर ड्यूटी पर पहुँचना मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
कछुआ गति से चल रहा अपग्रेडेशन कार्य
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले 8–9 महीनों से सड़क अपग्रेडेशन का कार्य बेहद सुस्त गति से चल रहा है। जिस कंपनी को कार्य सौंपा गया है, उसने सड़क का हाल और बिगाड़ दिया है।
9 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर जगह-जगह मलबे के ढेर लगे हैं।
पानी निकासी की नालियां बंद पड़ी हैं।
बरसात का पानी खेतों और घरों में घुस रहा है।
महीनों से पड़े स्लिप हटाए नहीं गए हैं।
नतीजतन, बस सेवा पूरी तरह ठप हो चुकी है और लोग पैदल या निजी वाहनों पर निर्भर हैं।
ग्रामीणों में गुस्सा, चेतावनी दी
सिध्यानी, डहणू, बाल्ट और सोयरा पंचायतों के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि विभाग ने जल्द सड़क मार्ग बहाल नहीं किया तो नेरचौक मंडल के अधिकारियों का घेराव किया जाएगा।
विभाग का आश्वासन
इस संदर्भ में अधिशासी अभियंता नेरचौक, डी.आर. चौहान ने कहा कि संबंधित स्टाफ को सड़क मार्ग को शीघ्र खोलने के आदेश दिए गए हैं और जल्द बहाली का कार्य शुरू होगा।
लोगों की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग क्षेत्र की जीवनरेखा है, ऐसे में विभाग को प्राथमिकता के आधार पर सड़क को साफ करवाकर बस सेवा बहाल करनी चाहिए। साथ ही, अपग्रेडेशन कार्य में पारदर्शिता और तेजी लाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में लोगों को इस तरह की परेशानी न झेलनी पड़े।
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