कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय, जयसिंहपुर में रैगिंग विरोधी जागरूकता व्याख्यान का आयोजन
कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय, जयसिंहपुर में रैगिंग विरोधी जागरूकता व्याख्यान का आयोजन
जयसिंहपुर कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय, जयसिंहपुर में आज दिनांक 13 अगस्त 2025 को रैगिंग विरोधी जागरूकता हेतु एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय में रैगिंग को पूरी तरह से समाप्त करना और छात्रों के लिए एक सुरक्षित, सम्मानजनक तथा सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करना था।
कार्यक्रम का मंच संचालन एंटी रैगिंग समिति के समन्वयक डॉ. विकास राणा द्वारा किया गया। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि रैगिंग न केवल छात्रों की मानसिक और शारीरिक सुरक्षा के लिए हानिकारक है, बल्कि यह शिक्षा के उद्देश्य को भी प्रभावित करती है। उन्होंने नवप्रवेशी छात्रों को रैगिंग के खतरों, उनके अधिकारों और सुरक्षा उपायों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य अरुण चन्द्र जी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। प्राचार्य महोदय ने बताया कि महाविद्यालय में शैक्षणिक अनुशासन बनाए रखने के लिए एक विशेष रैगिंग विरोधी समिति का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि रैगिंग के किसी भी मामले में कानून के तहत जुर्माने के साथ-साथ जेल की सजा का प्रावधान भी है। इस तरह के कानून छात्रों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं।
यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) द्वारा भी सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को निर्देशित किया गया है कि वे रैगिंग विरोधी जागरूकता के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करें, जैसे कि निबंध लेखन, नुक्कड़ नाटक, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं और व्याख्यान, ताकि छात्र इस गंभीर विषय के प्रति सजग और संवेदनशील बन सकें।
इस व्याख्यान में एंटी रैगिंग और अनुशासन समिति के समन्वयक एवं सदस्य उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में शामिल प्रमुख सदस्यों में प्रो. रविन्द्र कुमार, प्रो. विकास कलोत्रा, डॉ. अर्पित कायस्थ, प्रो. किरन शर्मा, प्रो. अरविंद कुमार, प्रो. हरजिंदर सिंह, प्रो. ललिता और डॉ. आस्था गुप्ता शामिल थे। उन्होंने सभी छात्रों को रैगिंग विरोधी उपायों, सुरक्षा नियमों और सहायता साधनों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए प्राचार्य महोदय ने सभी समिति सदस्यों और कार्यक्रम आयोजकों की सराहना की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने इस अवसर पर छात्रों से भी अपील की कि वे एक-दूसरे के प्रति सम्मान और सहयोग बनाए रखें तथा किसी भी प्रकार की रैगिंग की घटनाओं की जानकारी तुरंत समिति को दें।
समापन:
इस व्याख्यान ने छात्रों में रैगिंग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और शैक्षणिक वातावरण को सुरक्षित बनाने के महत्त्व को रेखांकित किया। महाविद्यालय प्रशासन इस तरह के नियमित जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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