पोंग झील के पास गज खड्ड पर ₹86 करोड़ की लागत से बनने वाले पुल की मिट्टी टेस्टिंग के लिए सैंपल भेजे
पोंग झील के पास गज खड्ड पर ₹86 करोड़ की लागत से बनने वाले पुल की मिट्टी टेस्टिंग के लिए सैंपल भेजे
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के तहत, पोंग झील से सटे नगरोटा सूरियाँ और जरोट को आपस में जोड़ने वाली गज खड्ड पर पुल निर्माण का कार्य प्रारंभिक चरण में शुरू हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा लगभग ₹86 करोड़ की लागत से स्वीकृत इस महत्वपूर्ण पुल परियोजना के लिए ठेका प्राप्त करने वाली कंपनी अपनी मशीनरी के साथ कार्यस्थल पर पहुँच गई है।
निर्माण कार्य का पहला चरण: मिट्टी सैंपल टेस्टिंग
पुल निर्माण के पहले चरण में, उन स्थानों को चिन्हित किया गया है जहाँ पुल के पिलर स्थापित होने हैं। इन स्थानों की सतह की मिट्टी के सैंपल लेने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इन सैंपलों को जांच (टेस्टिंग) के लिए प्रयोगशाला (लैब) में भेजा जाएगा। लोक निर्माण विभाग (PWD) उपमंडल नगरोटा सूरियाँ के सहायक अभियंता नरेंद्र राणा ने इस बात की पुष्टि की है।
सहायक अभियंता नरेंद्र राणा के अनुसार, चंडीगढ़ स्थित पंचकूला की कंपनी को इस पुल निर्माण का कार्य मिला है। कंपनी के कामगार और इंजीनियर कार्यस्थल पर पहुँच चुके हैं और मानक मापदंडों के अनुसार पहले चरण में मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं।
अगली प्रक्रिया: प्रयोगशाला से मिट्टी सैंपलों की रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
विकास और पर्यटन में पुल की अहम भूमिका
इस पुल का निर्माण क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाएगा। इससे न केवल नगरोटा सूरियाँ और जरोट बल्कि अन्य पड़ोसी इलाकों के बीच आपसी आवाजाही की दूरी काफी कम हो जाएगी।
जनता को लाभ: अनेक इलाकों की जनता को आवागमन में सुविधा मिलेगी और दूरी कम होगी।
पर्यटन को बढ़ावा: यह पुल पर्यटन की दृष्टि से भी अपना अहम रोल अदा करेगा, जिससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
यह परियोजना लंबे समय से प्रतीक्षित थी और इसके पूरा होने से स्थानीय लोगों के लिए जीवन और व्यापार में सुधार आने की संभावना है।


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