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आईआईटी मंडी में विंटर ब्रेक 2025 के लिए स्किल-विकास कोर्स, आवेदन शुरू

 आईआईटी मंडी में विंटर ब्रेक 2025 के लिए स्किल-विकास कोर्स, आवेदन शुरू


मंडी : अजय सूर्या /

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी ने शीतकालीन अवकाश 2025 के लिए अल्पकालिक, उच्च-प्रभावशीलता वाले सर्टिफ़िकेट कोर्सेज़ की नई श्रृंखला की घोषणा की है। सेंटर फ़ॉर कंटिन्यूइंग एजुकेशन (सीसीई) द्वारा संचालित ये कोर्स दिसंबर 2025 के दूसरे सप्ताह से आईआईटी मंडी कैंपस में आयोजित होंगे। उद्योग-उन्मुख कौशल विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किए गए इन कार्यक्रमों में देशभर के विद्यार्थी, शोधार्थी, शिक्षक और कार्यरत पेशेवर भाग ले सकेंगे।


सीसीई के अनुसार, इन कोर्सेज़ को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि प्रतिभागियों को अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं में हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण, विशेषज्ञ फ़ैकल्टी से मार्गदर्शन और वास्तविक समस्याओं पर आधारित व्यावहारिक अनुभव मिल सके। संस्थान का कहना है कि यह पहल तकनीकी दक्षता और उद्योग की अपेक्षाओं के बीच की दूरी को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


तीन प्रमुख कोर्स होंगे आयोजित


आईआईटी मंडी सीसीई इस वर्ष शीतकालीन अवकाश में तीन प्रमुख विशेषज्ञता-आधारित कार्यक्रम आयोजित कर रहा है:


1. इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड व्हीकल्स कोर्स

इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, वाहन संरचना, बैटरी टेक्नोलॉजी, हाइब्रिड सिस्टम और लाइव डेमो सहित ईवी सेक्टर के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं की व्यापक जानकारी दी जाएगी।


2. स्टैटिस्टिकल डेटा एनालिसिस एंड डीप लर्निंग 2.0

यह उन्नत कोर्स मशीन लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क, डाटा एनालिसिस और आधुनिक डीप लर्निंग मॉडल्स पर आधारित है। प्रतिभागियों को व्यावहारिक टूल्स और वास्तविक अनुप्रयोगों पर काम करने का अवसर मिलेगा।


3. एडवांस्ड ऑप्टिकल डायग्नोस्टिक टेक्निक्स

यह विशेष कार्यक्रम लेज़र-आधारित डायग्नोस्टिक तकनीकों, अत्याधुनिक ऑप्टिकल उपकरणों, स्पेक्ट्रोस्कोपी और उनके वैज्ञानिक अनुसंधान में उपयोग पर केंद्रित है।


संस्थानीय नेतृत्व की प्रतिक्रिया


आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा ने कहा कि तकनीक की तेजी से बदलती दुनिया में युवाओं को अद्यतन कौशल की आवश्यकता है। “इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, डीप लर्निंग और एडवांस्ड ऑप्टिकल सिस्टम जैसे क्षेत्रों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रतिभागियों को उद्योग के लिए और अधिक सक्षम बनाता है,” उन्होंने कहा।


सीसीई के प्रमुख डॉ. तुषार जैन ने कहा कि इन कोर्सों का उद्देश्य अकादमिक ज्ञान और उद्योग आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटना है। उन्होंने विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और पेशेवरों से इन विशिष्ट अवसरों का लाभ उठाने की अपील की।


सीमित सीटें, शीघ्र आवेदन का आग्रह


आईआईटी मंडी ने सूचित किया है कि सभी कोर्सों में सीटें सीमित हैं। इच्छुक आवेदक शीघ्र पंजीकरण करें।


विस्तृत जानकारी एवं आवेदन: https://cce.iitmandi.ac.in/

संपर्क: cceoffice@iitmandi.ac.in


आईआईटी मंडी अपनी अनुसंधान क्षमता और आधुनिक प्रयोगशालाओं के लिए जाना जाता है, और यह पहल संस्थान की स्किल-बेस्ड शिक्षा को और अधिक सुदृढ़ बनाती है।

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