राजस्व मंत्री ने मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए संघ पर लगाए आधारहीन आरोप — भाजपा की कड़ी प्रतिक्रिया - Smachar

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राजस्व मंत्री ने मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए संघ पर लगाए आधारहीन आरोप — भाजपा की कड़ी प्रतिक्रिया

 राजस्व मंत्री ने मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए संघ पर लगाए आधारहीन आरोप — भाजपा की कड़ी प्रतिक्रिया


धर्मशाला

 भाजपा नेता एवं विधायक रणधीर शर्मा ने आज प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं व शहरी निकायों के चुनाव को टालने की कांग्रेस सरकार की मंशा अब साफ हो चुकी है। भाजपा ने पहले दिन ही नियम-67 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव लाकर इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी। इस पर दो दिन तक चर्चा भी हुई, लेकिन सरकार के पास चुनाव टालने के अलावा कोई ठोस तर्क नहीं था।

उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने न सिर्फ विषय से भटकाने की कोशिश की, बल्कि प्रत्याहीन, निराधार और अमर्यादित टिप्पणियां करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर टिप्पणी करके लोकतांत्रिक मर्यादाओं को भी तार-तार किया। भाजपा इसकी कड़ी निंदा करती है।


रणधीर शर्मा ने कहा कि चर्चा का मुद्दा था—पंचायती राज और शहरी निकाय चुनाव समय पर क्यों नहीं कराए जा रहे। परंतु मंत्री महोदय इस विषय पर बोलने की बजाय दूसरों पर अनर्गल आरोप लगाने में व्यस्त रहे। सरकार आपदा का बहाना, डिजास्टर एक्ट का हवाला देकर चुनाव टालने की कोशिश कर रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि सरकार की अपनी आंतरिक खींचतान के कारण राजस्व मंत्री सीधे निशाने पर थे। इसी दबाव और हताशा के कारण मंत्री ने मुख्य विषय से हटकर संघ, नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेताओं पर टिप्पणियाँ कीं


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर मंत्री के आरोप — “एक भी तथ्य सही नहीं”


विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 1925 से राष्ट्र निर्माण की दिशा में कार्यरत एक राष्ट्रवादी संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति निर्माण, अनुशासन, चरित्र और राष्ट्रभक्ति का विकास है। कांग्रेस के राजस्व मंत्री द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह तथ्यहीन हैं।


उन्होंने संघ के ऐतिहासिक योगदानों का उल्लेख करते हुए कहा—


1962 भारत-चीन युद्ध में सैनिकों तक भोजन, राहत सामग्री पहुँचाने, घायलों की सेवा करने में संघ के स्वयंसेवक सबसे आगे थे।


इस सेवा भावना को देखते हुए 1963 की 26 जनवरी परेड में स्वयं पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 3,000 स्वयंसेवकों को आमंत्रित किया था।


1975 की इमरजेंसी में कांग्रेस की तानाशाही के विरोध में संघ सबसे आगे रहा। हजारों स्वयंसेवक जेल गए, भूमिगत रहकर लोकतंत्र बचाने का कार्य किया।


कच्छ भूकंप, उत्तराखंड आपदा, कोरोना काल, हर संकट में संघ के स्वयंसेवक बिना प्रचार के सेवा में जुटे रहे।


गरीबों के लिए सेवा भारती, आदिवासी क्षेत्रों के लिए वनवासी कल्याण आश्रम, शिक्षा के लिए विद्या भारती, एकल विद्यालय जैसे प्रकल्प वर्षों से समाज सेवा में अग्रणी हैं।



उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य इस देश को पुनः विश्वगुरु बनाना है। ऐसे संगठन पर तथ्यहीन आरोप कांग्रेस नेताओं की हताशा व संघ के बढ़ते प्रभाव से भय को दर्शाते हैं।

संघ के शताब्दी वर्ष पर कांग्रेस की बढ़ी बेचैनी


विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि इस वर्ष संघ का शताब्दी वर्ष है और देशभर में बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इन कार्यक्रमों में उमड़ी भारी संख्या ने कांग्रेस की नींद उड़ा दी है, इसलिए मंत्री महोदय जैसी टिप्पणियां सामने आ रही हैं।

राजस्व मंत्री को नसीहत — “अपनी जिम्मेदारी निभाएं, निजी हताशा बाहर न निकालें”


विधायक ने कहा कि हिमाचल में भारी आपदा के बाद पुनर्निर्माण, राहत कार्य और पुनर्वास कार्यों की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी राजस्व मंत्री की है।

लेकिन मंत्री इन कार्यों से ध्यान हटाकर धारा 118 में छूट, राजनीतिक आरोपों और विवादों में उलझे हैं।


उन्होंने कहा—

“घर की समस्याओं का गुस्सा दूसरों पर निकालना ठीक नहीं। जनता ने आपको राहत और पुनर्वास का काम सौंपा है, उसी पर ध्यान दें। चुनाव टालने का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने से सच्चाई नहीं छिपेगी।”


अंत में भाजपा की मांग


प्रदेश सरकार चुनाव आयोग पर दबाव बनाना बंद करे।


पंचायती राज व नगर निकाय चुनाव समय पर करवाए जाएं।


राजस्व मंत्री अपनी आधारहीन बयानबाजी के लिए सदन और प्रदेश से माफी मांगें।


विधायक रणधीर शर्मा ने कहा—

“संघ का कार्य सेवा, समाज और राष्ट्र निर्माण है। निराधार आलोचना से न संघ का काम रुकेगा, न भाजपा अपने कर्तव्य से पीछे हटेगी।”

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