मनाली आने वाले सैलानियों का कई जगह उड़ती धूल से स्वागत
मनाली आने वाले सैलानियों का कई जगह उड़ती धूल से स्वागत
बाढ़ग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्ग 03 की बहाली के तीन माह बाद भी नहीं हुई टारिंग
मनाली : ओम बौद्ध /
अगस्त माह में ब्यास नदी में आई भीषण बाढ़ को तीन माह बीत चुके हैं, लेकिन रायसन,डोहलूनाला, 14 मील , 17 मील, आलू ग्राउंड सहित कई सड़कों के बीच क्षतिग्रस्त सड़क आज भी पूरी तरह दुरुस्त नहीं हो पाई है। बाढ़ के दौरान इस मार्ग के दो हिस्से बह गए थे, जिनके निशान अब भी साफ दिखाई देते हैं। चंडीगढ़ से मनाली की ओर आते समय शिरढ़ रिज़ॉर्ट के पास टूटी सड़क यात्रियों को बार-बार आपदा की याद दिलाती है।
आपातकाल में एनएचएआई ने मार्ग को मोटरेबल तो बना दिया था, लेकिन सड़क पर कोलतार बिछाकर पक्का करने का काम अभी इन जगहों पर शुरू नहीं हो पाया है। इसके कारण हर दिन हजारों यात्री धूल में सफर करने को मजबूर हैं। स्थानीय लोग भी बहाली की धीमी रफ्तार पर नाराज़ हैं।
डोहलूनाला की ओर सड़क की हालत भी कुछ अलग नहीं है। टोल प्लाजा के पास वाहन उबड़-खाबड़ हिस्सों पर हर कुछ मीटर बाद उछलते दिखाई देते हैं, जिससे यात्रियों को अतिरिक्त परेशानी उठानी पड़ रही है।
उधर मनाली शहर के भीतर वोल्वो बस स्टैंड से भूतनाथ मंदिर तक बहा फोरलेन हिस्सा तो बहाल होने के तुरंत बाद मेटलिंग की प्रक्रिया में आ गया है, जबकि रायसन, डोहलूनाला और अन्य जगहों का अहम हिस्सा अभी भी अंतिम मरम्मत के इंतजार में है। इधर नए साल का आगाज भी होने वाला है l इसमें क्या मनाली आने वाले पर्यटकों का स्वागत इसी धूल भरी सड़कों से किया जाएगा ?
मनाली होटलियर एसोसिएशन के निवर्तमान उपाध्यक्ष रोशन ठाकुर का कहना है कि मनाली जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल के लिए यह मुख्य मार्ग अत्यंत महत्वपूर्ण है। बहाली में देरी सैलानियों की यात्रा को प्रभावित कर रही है। कच्ची सड़क होने से वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है खास कर पैदल चलने बाले राहगीरों को भारी परेशानी उठनी पड़ रही है l
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी ने बताया कि रायसन से मनाली तक बहाल हुए हिस्सों पर जल्द टारिंग का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।


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