मलकाना के बुजुर्ग बोले – मंड क्षेत्र में कुदरती नहीं, मैन मेड आपदा; वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
मलकाना के बुजुर्ग बोले – मंड क्षेत्र में कुदरती नहीं, मैन मेड आपदा; वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
फतेहपुर : बलजीत ठाकुर /
पौंग डैम से पानी छोड़े जाने के बाद से निचले मंड क्षेत्र में लगातार नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं। गांवों की जमीनें कटान की चपेट में आ रही हैं, खेत जलमग्न हो रहे हैं और कई परिवार संकट में पड़ गए हैं। अभी तक यह सवाल लोगों के बीच गूंज रहा था कि यह नुकसान कुदरती आपदा का परिणाम है या इंसानों द्वारा की गई लापरवाही का।
सोमवार सुबह इस बहस को नया मोड़ उस समय मिला, जब मंड क्षेत्र के मलकाना गांव के एक बुजुर्ग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में बुजुर्ग ने साफ शब्दों में कहा है कि यह आपदा कुदरती नहीं बल्कि “मैन मेड आपदा” है।
अवैध खनन को ठहराया जिम्मेदार
बुजुर्ग ने अपने तजुर्बे के आधार पर आरोप लगाया कि पौंग डैम से छोड़े गए पानी के साथ-साथ मंड क्षेत्र में वर्षों से हो रहा अबैध खनन ही इस तबाही का असली कारण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकारों की शह और लापरवाही के चलते खनन गतिविधियां चरम पर पहुंच चुकी हैं। खनन ने नदी के प्राकृतिक बहाव को बिगाड़ दिया, जिसके चलते जब भी डैम से पानी छोड़ा जाता है तो उसका सीधा असर खेतीबाड़ी और गांवों पर पड़ता है।
सरकारों पर साधा निशाना
वीडियो में बुजुर्ग ने कहा कि प्रदेश की सरकारें इस समस्या की अनदेखी कर रही हैं। वर्षों से राजनीतिक दल केवल आश्वासन देते रहे, लेकिन जमीन पर अबैध खनन रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि अगर यही हालात बने रहे तो आने वाले पांच सालों में मंड क्षेत्र का नामोनिशान मिट जाएगा और लोग अपनी पैतृक जमीनों से उजड़ जाएंगे।
खेतीबाड़ी को भारी नुकसान
लोगों का कहना है कि हरे-भरे खेत अब पानी की चपेट में आकर बर्बाद हो रहे हैं। कई जगहों पर मकानों और गौशालाओं को भी खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों ने सरकार से तुरंत इस समस्या पर ध्यान देने और अबैध खनन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सोशल मीडिया पर चर्चा
बुजुर्ग का यह बयान और वीडियो सोमवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। क्षेत्रीय लोग इसे जमकर शेयर कर रहे हैं और सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक मंड क्षेत्र को यूं ही बरबाद होने के लिए छोड़ दिया जाएगा।
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