नेरचौक में अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थानांतरण के खिलाफ उग्र प्रदर्शन - Smachar

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नेरचौक में अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थानांतरण के खिलाफ उग्र प्रदर्शन

 नेरचौक में अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थानांतरण के खिलाफ उग्र प्रदर्शन

सरकार को दी चेतावनी – फैसला वापस न हुआ तो आर-पार की लड़ाई


नेरचौक : अजय सूर्या /

प्रदेश सरकार द्वारा अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी को नेरचौक से सरकाघाट स्थानांतरित करने के फैसले ने बल्ह घाटी में जनभावनाओं को झकझोर दिया है। शनिवार को इस निर्णय के खिलाफ नेरचौक में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार पर क्षेत्र के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया।

“जनभावनाओं के साथ खिलवाड़”

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना नेरचौक में स्थानीय लोगों की सुविधाओं, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और भौगोलिक दृष्टि से बेहतर स्थिति को ध्यान में रखकर की गई थी। अब इसे राजनीतिक दबाव और स्वार्थ के चलते सरकाघाट स्थानांतरित करना न केवल अनुचित है बल्कि बल्ह की जनता के साथ सीधा विश्वासघात है।

लोगों का कहना था कि वर्षों से नेरचौक मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के साथ-साथ इस यूनिवर्सिटी को लेकर एक शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य हब की परिकल्पना की गई थी। यदि इसे यहां से हटाया जाता है तो पूरे क्षेत्र के विकास की गति ठहर जाएगी।

सरकार को कड़ी चेतावनी

प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपना फैसला तुरंत वापस नहीं लिया तो यह आंदोलन और भी उग्र रूप धारण करेगा। लोगों ने साफ शब्दों में कहा कि वे इस लड़ाई को विधानसभा और सड़कों तक ले जाएंगे।

एक बुजुर्ग प्रदर्शनकारी ने कहा – “यह सिर्फ यूनिवर्सिटी का मुद्दा नहीं है, यह हमारे बच्चों के भविष्य और पूरे क्षेत्र के सम्मान से जुड़ा सवाल है।"

जनआंदोलन का रूप लेने की तैयारी

सरकार के खिलाफ उठी यह लहर अब केवल नेरचौक तक सीमित नहीं रही। पूरा बल्ह क्षेत्र इस फैसले के विरोध में खड़ा हो गया है। पंचायतों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी इस निर्णय का विरोध करने का ऐलान किया है।

लोगों का कहना है कि आने वाले दिनों में वे ग्राम पंचायत स्तर से लेकर जिला मुख्यालय तक रैलियां और धरने आयोजित करेंगे। यदि आवश्यक हुआ तो चक्का जाम और भूख हड़ताल जैसे कदम भी उठाए जाएंगे।

नेताओं और संगठनों का समर्थन

प्रदर्शन में कई सामाजिक संगठन, व्यापारी संघ, किसान समूह और छात्र संगठन भी शामिल रहे। स्थानीय नेताओं ने कहा कि बल्ह क्षेत्र की जनता अपने अधिकारों

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