कंसा डंपिंग साइट से उठ रही दुर्गंध पर हंगामा, बच्चों की तबीयत बिगड़ी, प्रशासन ने लिया संज्ञान - Smachar

Header Ads

Breaking News

कंसा डंपिंग साइट से उठ रही दुर्गंध पर हंगामा, बच्चों की तबीयत बिगड़ी, प्रशासन ने लिया संज्ञान

 कंसा डंपिंग साइट से उठ रही दुर्गंध पर हंगामा, बच्चों की तबीयत बिगड़ी, प्रशासन ने लिया संज्ञान


नेरचौक :  अजय सूर्या /

नेरचौक की कंसा पंचायत में नगर परिषद द्वारा बनाई गई डंपिंग साइट एक बार फिर विवादों में आ गई है। डंपिंग साइट से उठ रही तीव्र दुर्गंध और गैस ने न केवल ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है, बल्कि आसपास के स्कूलों के बच्चों की सेहत भी खतरे में डाल दी है।


बच्चों की तबीयत बिगड़ी


बुधवार को हिल आक स्कूल में लंच के बाद कई छात्रों को उल्टियां और सिरदर्द होने लगे। अचानक बिगड़ी तबीयत से शिक्षक और अभिभावक चिंतित हो उठे। बच्चों का कहना था कि कक्षा और मैदान में बदबू इतनी ज्यादा थी कि सांस लेना मुश्किल हो रहा था। इसी तरह समीप के अन्य चार शिक्षण संस्थानों के अध्यापकों और विद्यार्थियों ने भी दुर्गंध की लगातार शिकायत की


प्रशासन हरकत में


मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद गुरुवार को प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ और डंपिंग साइट का निरीक्षण किया गया। मौके पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद की संयुक्त टीम पहुंची।


प्रदूषण विभाग ने डंपिंग साइट पर जमा गंदे पानी और कंपोस्ट के सैंपल लिए और इन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा।


स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आसपास के स्कूलों का दौरा किया और बच्चों व शिक्षकों से बातचीत की।


नागरिक अस्पताल रत्ती के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज सक्सेना ने बताया कि प्रभावित बच्चों की जांच की गई है। फिलहाल कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं मिली, लेकिन लगातार दुर्गंध बच्चों और स्टाफ को प्रभावित कर रही है।



नगर परिषद की सफाई


नगर परिषद नेरचौक के कार्यकारी अधिकारी हितेश शर्मा ने कहा कि साइट से उठने वाली बदबू सामान्य थी और अभी तक किसी जहरीली गैस या अमोनिया जैसी हानिकारक तत्व की पुष्टि नहीं हुई है। उनका कहना है कि संभवतः कंपोस्ट को उठाने और पलटने के दौरान बदबू फैली होगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि दुर्गंध कम करने के लिए उपाय शुरू कर दिए गए हैं।


प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का रुख


प्रदूषण नियंत्रण विभाग के कनिष्ठ अभियंता विकास ने कहा कि सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी और आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।


ग्रामीणों का आक्रोश


स्थानीय लोगों ने नगर परिषद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि नियमों की अनदेखी कर डंपिंग साइट को आबादी और स्कूलों के नजदीक बनाया गया। इससे बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।


बड़ी चुनौती बनती जा रही डंपिंग साइट


कंसा डंपिंग साइट शुरू से ही विवादों में रही है। कई बार ग्रामीणों ने इसके स्थान को बदलने की मांग उठाई, लेकिन ठोस समाधान नहीं निकला। अब बच्चों की सेहत पर असर पड़ने के बाद यह मुद्दा और भी गंभीर हो गया है। ग्रामीणों की मांग है कि या तो डंपिंग साइट को किसी सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए या फिर वहां आधुनिक तकनीक से वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट स्थापित किया जाए।

कोई टिप्पणी नहीं