हमीरपुर में राजपूत बेटी पर नाबालिग का जानलेवा हमला, समाज में आक्रोश- फांसी की मांग तेज - Smachar

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हमीरपुर में राजपूत बेटी पर नाबालिग का जानलेवा हमला, समाज में आक्रोश- फांसी की मांग तेज

 हमीरपुर में राजपूत बेटी पर नाबालिग का जानलेवा हमला, समाज में आक्रोश- फांसी की मांग तेज


हमीरपुर

हिमाचल की देवभूमि में एक बार फिर जातिगत पूर्वाग्रहों का काला साया मंडराने लगा है। रोहडू मामले में निर्दोष सवर्ण महिला को दलित बनाम सवर्ण के चश्मे से देखकर मीडिया ने जिस तरह हंगामा खड़ा किया था, उसी तरह अब हमीरपुर के इस जघन्य अपराध पर भी निष्पक्ष कवरेज की दरकार है। यहां राजपूत समाज की बेटी रंजना देवी पर अनुसूचित जाति समुदाय के एक नाबालिग ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। घास काटने गई रंजना पर दुराचार का प्रयास कर विरोध करने पर दरांती से गला रेत दिया और डंडे से पीटा। सौभाग्य से रंजना जिंदा हैं, लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। नाबालिग आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन राजपूत समाज में आक्रोश चरम पर है- दोषी को फांसी देने की मांग जोर पकड़ रही है।

घटना की पूरी कथा:

3 नवंबर 2025 को दोपहर करीब 3 बजे हमीरपुर जिले के सासन क्षेत्र के गलू घासनी में यह दिल दहला देने वाली वारदात हुई। शिकायतकर्ता मदन लाल (निवासी गांव सासन, डॉ. झनियारी देवी, तहसील व जिला हमीरपुर) के छोटे भाई की पत्नी रंजना देवी (राजपूत समाज से) घास काटने के लिए दरांती लेकर निकलीं। वहां एक नाबालिग (अनुसूचित जाति समुदाय से) ने उन पर दुराचार का प्रयास किया। रंजना ने जब हल्ला मचाया और विरोध किया, तो उक्त नाबालिग ने खून के आंसू बहाते हुए दरांती से उनके गले की दाहिनी ओर और दाहिने कान के पास वार कर दिया। इसके बाद डंडे से भी बेरहमी से पीटा। रंजना लहूलुहान होकर बेसुध गिर पड़ीं। नाबालिग फरार हो गया, लेकिन घटनास्थल पर खून से सनी दरांती, टूटा डंडा, पैन और स्केल जैसे साक्ष्य मिले। पड़ोसी की सूचना पर मदन लाल मौके पर पहुंचे और रंजना को हमीरपुर मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां से उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। वर्तमान में उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन जान का खतरा बरकरार है।

पुलिस कार्रवाई और समाज का रोष:

पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर लिया- हत्या का प्रयास, दुराचार प्रयास समेत गंभीर धाराओं के तहत। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय पूछताछ के आधार पर मंगलवार को ही नाबालिग को हिरासत में ले लिया गया। एसपी भगत सिंह ठाकुर ने पुष्टि की कि फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं और आरोपी को रीक्रिएट करवाया जा चुका है। लेकिन राजपूत समाज के युवा नेता रूमित सिंह ठाकुर ने मीडिया से अपील की है कि इस मामले को रोहडू की तरह सवर्ण बनाम दलित के फ्रेम में न देखा जाए, बल्कि न्याय की मांग को मजबूत बनाया जाए। ठाकुर ने कहा, "ऐसे मामलों में हमारा समाज ही दोषी ठहरा दिया जाता है। निर्दोष रंजना पर जुल्म हुआ, दोषी नाबालिग को बचाने की कोशिश न हो। फांसी देकर ही इंसाफ होगा, वरना देवभूमि में शांति भंग होगी।"

मीडिया से अनुरोध:

रूमित सिंह ठाकुर का संदेश साफ है- "मीडिया वालों से अनुरोध है, जैसे रोहडू वाले मामले में निर्दोष महिला के संदर्भ में सवर्ण वर्सेस दलित लिखकर बार-बार मामला उठा रहे थे, तो कृपया इस बार भी हमीरपुर में राजपूत की बेटी रंजना देवी को अनुसूचित जाति समाज के नाबालिग दुष्ट ने उतारा मौत के घाट (सौभाग्य से जिंदा हैं, लेकिन खतरा बरकरार), नाबालिग लड़का गिरफ्तार कर लिया गया है। फांसी की मांग करें। ऐसा लिखें कृपया, क्योंकि ऐसे मामलों में हमारे समाज को दोषी बना दिया जाता है!"

देवभूमि तेज खबर इस अपराध की कड़ी निंदा करता है और पीड़िता के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है। समाज से अपील है कि शांति बनाए रखें, लेकिन न्याय की लड़ाई लड़ें। आगे की अपडेट के लिए बने रहें।

(नोट: उपलब्ध रिपोर्ट्स के अनुसार, रंजना देवी की मौत नहीं हुई है, वे घायल हैं और इलाजरत हैं। गलत सूचना से बचें। स्रोत: दिव्य हिमाचल, जीवंत उत्साह न्यूज आदि।)


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