खनौरी बॉर्डर पर संघर्ष रत किसानों से डेडलॉक खत्म करके बातचीत शुरू करे केंद्र सरकार : पीसी विश्वकर्मा
खनौरी बॉर्डर पर संघर्ष रत किसानों से डेडलॉक खत्म करके बातचीत शुरू करे केंद्र सरकार : पीसी विश्वकर्मा
नगरोटा सूरियां (प्रेम स्वरूप शर्मा):- भारत जोड़ो एवम लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान की राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य पीसी विश्वकर्मा ने किसान आंदोलन और किसान नेता ढल्लेवाल की बिगड़ रही सेहत पर चिंता प्रकट करते हुए केंद्र सरकार से अपील की है , कि खनौरी बॉर्डर पर संघर्ष रत किसानों से डेडलॉक खत्म करके बातचीत शुरू करे। वातचीत न करना तानाशाही सरकार का लक्षण है।राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को भी दखल देकर डेडलॉक को खत्म करवाना चाहिए।
राष्ट्रपति तो चेतावनी देने का अधिकार रखते हैं लेकिन सत्ता के सामने हिम्मत तो रखनी ही होगी।उपराष्ट्रपति जो किसान पृष्ठभूमि के हैं वो भी मालिक की तरह किसान के साथ खड़े हो सकते है लेकिन हिम्मत कहां से लायेंगे,पहले तो निजी स्वार्थ बाद में समाज और न्याय की वात।
विश्वकर्मा ने कहा कि स्वामी नाथन कमीशन ने सिफारिश की है कि 2500 रुपया क्विंटल का दो ,और जव कहा था उसे तो पांच साल हो गए ,अव तो 3000 हो जाना चाहिए पर सरकार तो 2500 देने में ही हाथ खड़े कर रही है ।
बीजेपी कहती थी हम किसान आय को दोगुना कर के रहेंगे ,,2022 निकल गया अव तो दोगुनी की जगह किसानों कि आमदनी आधी हो रही है ,बीजेपी जो कहती है ठीक उससे उल्टा करती है।
पीसी विश्वकर्मा ने कहा कि किसान जो संघर्ष कर रहे हैं उन्हें विपक्षी दलों दवाब समूहों सिविल सोसायटी ,और आम जनता से समर्थन की अपील करनी चाहिए ,किसान विपक्षी दलों का साथ लें ,अलग थलग होकर आंदोलन करेंगे तो कमजोर रहेंगे,राजनीति से ही समस्या का समाधान होगा किसान को यह समझना होगा।।
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