उग्रतारा माता मंदिर में हुई दिव्य जाग – देवताओं के गुरों ने अंगारों पर चलकर दी अग्नि परीक्षा
उग्रतारा माता मंदिर में हुई दिव्य जाग – देवताओं के गुरों ने अंगारों पर चलकर दी अग्नि परीक्षा
मंडी : अजय सूर्या /
हिमाचल प्रदेश को देवभूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहां आज भी सदियों पुरानी परंपराएं पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ निभाई जाती हैं। इन्हीं परंपराओं में से एक है देवी-देवताओं के गुरों द्वारा अंगारों पर चलकर अग्नि परीक्षा देना, जो बुरी शक्तियों से संघर्ष और देवी-देवताओं की शक्ति का प्रतीक मानी जाती है।
🔹 भाद्रपद मास में जाग आयोजन
हिंदू संवत के अनुसार हर वर्ष भाद्रपद माह में मंडी जनपद के विभिन्न मंदिरों में यह मान्यता निभाई जाती है। कहा जाता है कि इस महीने में देवताओं और डायनों का युद्ध होता है और इसी दौरान मंदिरों में रात्रि बारह बजे जाग होम का आयोजन किया जाता है।
इस जाग में देवी-देवताओं के गुर (देवताओं के मुख) आग के धधकते अंगारों पर नंगे पांव चलकर अग्नि परीक्षा देते हैं। यह दृश्य भक्तों की आस्था और श्रद्धा को और भी प्रगाढ़ कर देता है।
🔹 उग्रतारा माता मंदिर में दिव्य दृश्य
शनिवार रात को मंडी जनपद की सनयारड़ी स्थित उग्रतारा माता मंदिर में भी जाग का आयोजन हुआ।
माता के गुरों ने अंगारों पर चलकर अपनी अग्नि परीक्षा दी और बुरी शक्तियों से लोहा लिया। जैसे ही गुरों ने अग्नि पर कदम रखा, पूरा वातावरण “जय माता दी” के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालु इस अद्भुत दृश्य को देखकर भावविभोर हो उठे।
🔹 देशभर से पहुंचे श्रद्धालु
इस दिव्य आयोजन में न केवल स्थानीय लोग बल्कि देशभर से श्रद्धालु उग्रतारा माता का आशीर्वाद लेने पहुंचे। मान्यता है कि माता उग्रतारा अपने भक्तों को सुख, समृद्धि और रक्षा का आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में हाजिरी लगाई और मनोकामनाएं
पूर्ण होने की प्रार्थना की।
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