मंडी सदर के बिनोल क्लस्टर में मौसम्बी पौधारोपण अभियान का शुभारंभ - Smachar

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मंडी सदर के बिनोल क्लस्टर में मौसम्बी पौधारोपण अभियान का शुभारंभ

 मंडी सदर के बिनोल क्लस्टर में मौसम्बी पौधारोपण अभियान का शुभारंभ


मंडी

हिमाचल प्रदेश में बागवानी गतिविधियों को नई दिशा देने के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश उपोष्ण कटिबंधीय बागवानी परियोजना (एचपी-शिवा) के तहत आज मंडी सदर के बिनोल क्लस्टर में मौसम्बी पौधारोपण अभियान का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्यान विभाग मध्यक्षेत्र मंडी के संयुक्त निदेशक डॉ. वी.पी. बैन्स ने की।

क्लस्टर विस्तार की पहल

डॉ. बैन्स ने जानकारी दी कि बिनोल क्लस्टर को वर्ष 2021 में प्रदर्शन क्लस्टर के रूप में लगभग 1 हैक्टेयर क्षेत्र में स्थापित किया गया था। इस वर्ष क्लस्टर के विस्तार के तहत लगभग 7 हैक्टेयर क्षेत्र में 7,777 मौसम्बी पौधों का रोपण किया जा रहा है, जिसे इस माह के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल क्षेत्र की बागवानी गतिविधियों को गति देगी बल्कि स्थानीय बागवानों की आय को सुदृढ़ करने में भी मददगार साबित होगी।

सिंचाई और सुरक्षा की आधुनिक सुविधाएँ

क्लस्टर में पौधों की सिंचाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा कई आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध करवाई गई हैं। इनमें —

1 लाख लीटर क्षमता का एमडीटी टैंक,

50 हजार लीटर का मॉड्यूलर टैंक,

टपक सिंचाई प्रणाली,

तथा लगभग 7 हैक्टेयर क्षेत्र में सोलर फेंसिंग व बाड़बंदी शामिल हैं।

इन सुविधाओं से पौधों के विकास और संरक्षण में काफी सहायता मिलेगी।

उच्च गुणवत्ता के पौधे

डॉ. बैन्स ने बताया कि पौधारोपण के लिए विभिन्न प्रतिष्ठित नर्सरियों से उच्च गुणवत्ता वाले पौधे मंगवाए गए हैं। इनमें पंजाब और जैन इरिगेशन, जलगांव से प्राप्त पौधे भी शामिल हैं। इन पौधों को क्लस्टर से जुड़े बागवानों में वितरित किया जा रहा है ताकि बेहतर उत्पादन सुनिश्चित हो सके।

तकनीकी प्रशिक्षण और मार्गदर्शन

इस अवसर पर डॉ. वी.पी. बैन्स एवं डॉ. संजय गुप्ता (उपनिदेशक उद्यान, जिला मंडी) ने बागवानों को पौधारोपण की वैज्ञानिक तकनीक, पौधों की देखभाल, सिंचाई प्रबंधन, रोग व कीट नियंत्रण से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उद्यान विभाग की अन्य योजनाओं और परियोजनाओं की जानकारी भी साझा की गई, जिससे बागवान दीर्घकालिक रूप से लाभान्वित हो सकें।

बागवानों की सहभागिता

कार्यक्रम में लगभग 50 बागवान शामिल हुए जिन्हें इस परियोजना के अंतर्गत सीधे तौर पर लाभ पहुंचाया जा रहा है। बागवानों ने विभाग की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में बागवानी को नया आयाम मिलेगा और किसानों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा।

अधिकारीगण रहे उपस्थित

इस मौके पर डॉ. संजय गुप्ता (उपनिदेशक उद्यान जिला मंडी), डॉ. राजेश शर्मा (जिला समन्वयक सुंदरनगर), डॉ. राकेश राणा (विषय विशेषज्ञ उद्यान सदर), डॉ. शिक्षा (उद्यान विकास अधिकारी सदर), क्लस्टर प्रधान बिनोल, सीएचपीएमए की टीम और क्लस्टर के सभी बागवान मौजूद रहे।

आत्मनिर्भरता की ओर कदम

कार्यक्रम का समापन इस विश्वास के साथ हुआ कि यह अभियान ग्रामीणों को आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करेगा और मंडी जिले को बागवानी के क्षेत्र में और अधिक पहचान दिलाएगा।

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