गड़ाहरी फार्म की जमीन पर बवाल, ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रशासनिक टीम लौटी खाली हाथ
गड़ाहरी फार्म की जमीन पर बवाल, ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रशासनिक टीम लौटी खाली हाथ
गोहर,
गोहर उपमंडल के गड़ाहरी फार्म में वीरवार दोपहर प्रशासनिक टीम को जमीन चिन्हित करने के दौरान स्थानीय लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। एसडीएम गोहर बचित्र सिंह कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ लगभग 2 बजे मौके पर पहुंचे थे, लेकिन ग्रामीणों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह भूमि किसी निजी व्यक्ति को नहीं दी जाएगी। बढ़ते विरोध को देखते हुए प्रशासनिक टीम को अंततः खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
ग्रामीणों का कड़ा विरोध
मौके पर मौजूद पंकज ठाकुर, कमल किशोर, ललित कुमार, प्रेम सिंह, अनिल कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि यह भूमि सामुदायिक महत्व की है और इसे किसी भी निजी उपयोग के लिए हस्तांतरित नहीं किया जाएगा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों की अनदेखी की तो वे बड़ा जन आंदोलन खड़ा करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
पहले भी जताया गया विरोध
उल्लेखनीय है कि हाल ही में नाचन क्षेत्र की करीब एक दर्जन पंचायतों के जनप्रतिनिधियों ने विधायक विनोद कुमार की अगुवाई में बासा में बैठक कर इस प्रक्रिया का विरोध जताया था। इसके उपरांत ग्रामीणों ने एक रोष रैली निकालकर प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा था।
विधायक विनोद कुमार का बयान
विधायक ने बताया कि पत्र संख्या 20980-83 के माध्यम से यह जानकारी सामने आई कि इजराय याचिका संख्या 198/123 के तहत सरकार ने मीर बक्श नामक व्यक्ति को 91-16-05 बीघा भूमि स्वीकृत की है, जिसमें गड़ाहरी फार्म भी शामिल है। विधायक ने कहा कि स्थानीय जनता की भावनाओं और आवश्यकताओं को देखते हुए इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।
जनता की मांग – शिक्षा और संस्थागत विकास के लिए उपयोग हो भूमि
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि गड़ाहरी फार्म की यह जमीन शिक्षा, संस्थागत विकास और सामुदायिक परियोजनाओं के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इसे किसी निजी व्यक्ति को हस्तांतरित करती है तो यह जनता के साथ अन्याय होगा और आंदोलन की राह अपनाना मजबूरी बन जाएगी।
स्थिति तनावपूर्ण, पर नियंत्रण में
गड़ाहरी फार्म में हुई इस घटना के बाद माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया था, लेकिन प्रशासन ने संयम बरतते हुए किसी भी प्रकार की टकराव की स्थिति नहीं बनने दी। हालांकि, ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए यह मामला फिलहाल और
तूल पकड़ने के आसार हैं।
कोई टिप्पणी नहीं