महाभारत काल से जुड़ी नलसर झील के सौंदर्यीकरण को लेकर कवायद तेज
महाभारत काल से जुड़ी नलसर झील के सौंदर्यीकरण को लेकर कवायद तेज
नेरचौक : अजय सूर्या /
मंडी जिले के उपमंडल बल्ह की ऐतिहासिक नलसर झील अब नए रूप में पर्यटकों को आकर्षित करेगी। जिला परिषद मंडी ने झील के सौंदर्यीकरण के लिए 16 लाख रुपये की राशि पंचायत नलसर को स्वीकृत कर दी है। हालांकि अभी तक इस राशि का पूर्ण उपयोग नहीं हो पाया है, जिससे झील के विकास कार्य अटके हुए नजर आ रहे हैं।
महाभारत काल से जुड़ा है इतिहास
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार नलसर झील का संबंध महाभारत काल से है। कहा जाता है कि युद्ध के बाद पांडव इसी स्थल पर योद्धा रतनयक्ष को प्रतिस्थापित करना चाहते थे। लगभग 47 बीघा क्षेत्र में फैली यह झील अपने बीच स्थित टापू के कारण विशेष आकर्षण का केंद्र है।
बरसात के मौसम में झील कमल के फूलों से सजी रहती है, जिससे इसका सौंदर्य और भी मनमोहक हो जाता है। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं, लेकिन उचित देखरेख न होने के कारण इसका विकास अधर में लटका हुआ है।
ड्रीम प्रोजेक्ट बताया चेयरमैन ने
जिला परिषद चेयरमैन पाल वर्मा ने कहा कि नलसर झील का सौंदर्यीकरण उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि झील के विकास के लिए 16 लाख रुपये की पहली किस्त पहले ही पंचायत को जारी कर दी गई है, लेकिन पंचायत स्तर पर कार्य में ढिलाई और अनदेखी के कारण यह राशि अभी तक पूरी तरह खर्च नहीं हुई है।
पाल वर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि जल्द ही सौंदर्यीकरण का काम शुरू किया जाएगा और आगे की प्रक्रिया पूरी होने पर अतिरिक्त 8 लाख रुपये की राशि भी स्वीकृत की जाएगी।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि नलसर झील का सौंदर्यीकरण और समुचित प्रचार-प्रसार किया जाए तो यह स्थल पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान बना सकता है। इससे न केवल क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
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