आईआईटी मंडी ने मनाया 13 वां दीक्षांत समारोह,604 छात्रों को बांटी उपलब्धियां,
आईआईटी मंडी ने मनाया 13 वां दीक्षांत समारोह,604 छात्रों को बांटी उपलब्धियां,
ऑपरेशन सिंदूर मे आईआइटी मंडी ने भेजे थे 15 ड्रोन
मंडी : अजय सूर्या /
साल 2009 में स्थापित हुए आईआईटी मंडी ने अपने 16 वर्षों की यात्रा के दौरान कई उपलब्धियों हासिल की हैं। संस्थान की ड्रोन टेक्नोलॉजी लैब प्रौद्योगिकी के दौर में नित नए आयाम छू रही है, यही कारण है जब भारतीय सेना द्वारा इसी वर्ष मई 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ चलाये गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन की आवश्यकता आन पड़ी तो आईआईटी मंडी ने भी इस ऑपरेशन के लिए यहां से ड्रोन भेजे। वीरवार को यह जानकारी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा ने संस्थान के 13वें दीक्षांत समारोह के दौरान अपने संबोधन में दी। इस समारोह में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के कुल 604 छात्रों को उपाधियाँ प्रदान की गई। जिनमें 292 स्नातक, 241 स्नातकोत्तर और 71 पीएच.डी. के शोधार्थी शामिल रहे। इसके अतिरिक्त, अकादमिक उत्कृष्टता, शोध, नवाचार और नेतृत्व में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई पदक और पुरस्कार भी प्रदान किए गए। निदेशक बेहरा ने कहा कि आज आईआईटी मंडी के द्वारा शुरू किया गया अर्ली वार्निंग सिस्टम बेहतर कार्य कर रहा है। जिससे न केवल भूस्खलन की जानकारी मिल रही है, वहीं अब भूकंप की भी अर्ली जानकारी उनका यह सिस्टम प्रदान कर रहा है। उन्होंने आगे आज डिग्रियां प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि 13वां दीक्षांत समारोह उन सभी विद्यार्थियों के गौरव का क्षण है जो आज अपनी डिग्रियां प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों को इन उपाधियों के लिए जहां सभी को शुभकामनाएं दी वहीं इनके उज्वल भविष्य की भी कामना की।


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