पराई-बीट बसों के अवैध संचालन से टैक्सी-मैक्सी ऑपरेटरों में रोष
पराई-बीट बसों के अवैध संचालन से टैक्सी-मैक्सी ऑपरेटरों में रोष
राजधानी टैक्सी-मैक्सी वेलफेयर सोसाइटी ने परिवहन विभाग से की कड़ी कार्रवाई की मांग
शिमला : गायत्री गर्ग /
शिमला गायत्री गर्ग राजधानी टैक्सी-मैक्सी वेलफेयर सोसाइटी, जिला शिमला ने परिवहन विभाग के निदेशक को एक ज्ञापन सौंपकर पराई-बीट (निजी) बसों द्वारा किए जा रहे अवैध टूरिस्ट संचालन पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है।
सोसाइटी के प्रधान जितेन्द्र ठाकुर ने बताया कि पिछले कुछ समय से कई निजी बसें, जिनके पास केवल निश्चित रूट परमिट हैं, नियमों की अनदेखी करते हुए टूरिस्टों को कुफरी, फागू, छराबड़ा जैसे पर्यटन स्थलों तक ले जा रही हैं। ये बसें अपने निर्धारित रूट से हटकर टूरिस्ट कार्य कर रही हैं, जिससे स्थानीय टैक्सी-मैक्सी ऑपरेटरों के व्यवसाय पर बुरा असर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि इन बसों के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों और दैनिक यात्रियों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि कई बार नियमित रूट पर चलने वाली बसें टूरिस्ट कार्य में लगी रहती हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ बसें अधिक किराया लेकर टूरिस्टों को झूठी जानकारी देकर जाखू मंदिर या हाटू मंदिर तक ले जाने का दावा करती हैं, जबकि उनके पास इसके लिए कोई वैध स्टेज-कैरिज अनुमति नहीं है।
जितेन्द्र ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार ऐसी बसें अपने निजी स्वार्थ के लिए चक्का-जाम जैसी स्थिति उत्पन्न कर देती हैं, जिससे आम जनता को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
सोसाइटी ने मांग की है कि —
पराई-बीट बसों के परमिट, रूट व संचालन की जांच की जाए।
निर्धारित रूट से बाहर टूरिस्ट कार्य करने वाली बसों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
स्थानीय टैक्सी-मैक्सी चालकों और स्कूली बच्चों की सुविधा के लिए रूट-वार नियंत्रण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि यदि परिवहन विभाग इस दिशा में ठोस कदम उठाए, तो न केवल परिवहन व्यवस्था में अनुशासन लौटेगा बल्कि स्थानीय लोगों की आजीविका और जनहित की भी रक्षा होगी।


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