किन्नौर जिला के मिनी स्टेडियम रिकांग पिओ में विशाल विधिक साक्षरता शिविर आयोजित
किन्नौर जिला के मिनी स्टेडियम रिकांग पिओ में विशाल विधिक साक्षरता शिविर आयोजित
माननीय न्यायधीश रणजीत सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकत की
जन-जागृति, जन कल्याण और न्याय तक जन-जन की पहुंच आसान बनाने के दृष्टिगत आज जनजातीय जिला किन्नौर के मिनी स्टेडियम रिकांग पिओ में विशाल विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता माननीय न्यायधीश एवं सदस्व सचिव हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण रणजीत सिंह ने की।
रणजीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में इस मेगा जागरूकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को निःशुल्क कानूनी सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाने के साथ-साथ युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों बारे जागरूक करना, पर्यावरण संरक्षण के महत्व बारे बताना, आपदा पीड़ितों के पुनर्वास और सड़क सुरक्षा यातायात नियमों के पालन की जानकारी उपलब्ध करवाना है।
उन्होंने बताया कि निःशुल्क कानूनी सहायता लोगों का अधिकार है जिसका प्रावधान भारतीय संविधान में किया गया है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को नशे की लत से दूर रखने और इस देश के भविष्य को स्वस्थ रखने का हम सभी का कर्तव्य है और इसमें माता पिता, अभिभावक और जागरूकता शिविर मुख्य भूमिका अदा करते हैं।
रणजीत सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि हर एक नागरिक स्वच्छता का ध्यान रखेगा और अन्य लोगों को सफाई व पर्यावरण के महत्व पर जागरूक करेगा तभी एकजुटता के साथ हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ व सुंदर रख सकते हैं और आने वाली भावी पीढ़ी को सुरक्षित वातावरण प्रदान कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वृक्षारोपण किया जाता है और इस वर्ष के जुलाई माह से अब तक लगभग 11 हजार से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण किन्नौर जितेंद्र कुमार सैनी ने मुख्य अतिथि का कार्यक्रम में पधारने पर हार्दिक आभार किया और उपस्थित युवाओं से नशे से दूर रहने का प्रण लेने का वादा लिया और नारों के माध्यम से युवाओं नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जिला में समय-समय पर विधिक जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाता है ताकि लोगों को कानूनी अधिकारों एवं निःशुल्क कानूनी सहायता से अवगत करवाया जा सकें। उन्होंने कहा कि निःशुल्क कानूनी सेवाओं का तात्पर्य समाज के उन गरीब और कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करना है जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है। उन्होंने बताया कि कोई भी गरीब तथा कमजोर वर्ग का व्यक्ति टोल फ्री नम्बरः- 15100 पर सम्पर्क स्थापित कर निःशुल्क कानूनी सहायता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है।
माननीय न्यायधीश रणजीत सिंह को सहायक आयुक्त-उपायुक्त किन्नौर डॉ. ओम प्रकाश यादव ने टोपी, शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। अधिवक्ता प्रेम लता ने मुख्य अतिथि के सम्मान में स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि द्वारा कार्यक्रम में लगी प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया गया।
इस अवसर पर विवेक कुमार कोचर, उप मुख्य कानूनी सहायता रक्षा वकील किन्नौर ने आयोजित कार्यक्रम की थीम नशा मुक्त समाज-भारत का संकल्प, पर्यावरण संरक्षण, भू-मंडल सरंक्षण और आपदा पीड़ित पुनर्वास विषय पर विस्तृत जानकारी दी। नशा मुक्त समाज भारत का संकल्प विषय पर हेड कांस्टेबल शुभकांता ने विस्तृत जानकारी दी। पर्यावरण संरक्षण और भू मंडल सरंक्षण के महत्व से वन कार्यालय रिकांग पिओ के लिपिक चंद्रपाल नेगी ने उपस्थित लोगों को अवगत करवाया और आपदा पीड़ित पुनर्वास विषय पर अधिवक्ता दीपक नेगी ने अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर एक नुक्कड़ नाटक व संगीत के माध्यम से लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया गया।
इस अवसर पर जिला महिला कल्याण परिषद की अध्यक्षा रत्न मंजरी, उप निदेशक उच्च शिक्षा कुलदीप डोगरा, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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