स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिमाचल की शिक्षा गुणवत्ता को मिला राष्ट्रीय सम्मान, परख-2024 में शानदार उपलब्धि
स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिमाचल की शिक्षा गुणवत्ता को मिला राष्ट्रीय सम्मान, परख-2024 में शानदार उपलब्धि
शिमला : गायत्री गर्ग /
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित जिला स्तरीय समारोह में इस बार हिमाचल प्रदेश की शिक्षा गुणवत्ता और राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण परख (PARAKH) 2024 में मिली अभूतपूर्व सफलता को विशेष रूप से रेखांकित किया गया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी श्री सुधीर भाटिया को चार जिलों — कांगड़ा, चम्बा, हमीरपुर और ऊना — में शिक्षा सुधार और नवाचारों में दिए गए उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल की छलांग
हिमाचल प्रदेश ने परख राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर पाँचवाँ स्थान प्राप्त किया है। वर्ष 2021 में जहां राज्य 21वें स्थान पर था, वहीं अब यह बड़ी छलांग हिमाचल के शिक्षा क्षेत्र की निरंतर प्रगति और मेहनत को दर्शाती है।
कक्षा 3 स्तर पर हिमाचल प्रदेश को दूसरा स्थान मिला।
कक्षा 6 स्तर पर राज्य ने पाँचवाँ स्थान हासिल किया।
कक्षा 9 स्तर पर हिमाचल चौथे स्थान पर रहा।
ये परिणाम इस बात का प्रमाण हैं कि प्राथमिक से उच्च स्तर तक शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार हो रहा है और विद्यार्थी सभी विषयों में उत्कृष्टता की ओर बढ़ रहे हैं।
जिलों का विशेष योगदान
राज्य की इस सफलता में विभिन्न जिलों के उल्लेखनीय योगदान को भी सराहा गया।
कांगड़ा जिला – लगातार बेहतर परिणाम देकर राज्य की रैंकिंग को मजबूती प्रदान की।
हमीरपुर जिला – गणित और विज्ञान विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राज्य को गौरवान्वित किया।
ऊना जिला – भाषा कौशल और संप्रेषण क्षमता के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया।
चम्बा जिला – भौगोलिक और संसाधनगत चुनौतियों के बावजूद शिक्षा में समग्र प्रगति से सबका ध्यान आकर्षित किया।
सुधीर भाटिया का सम्मान
समारोह में सम्मानित किए गए श्री सुधीर भाटिया ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में योगदान देना उनके लिए गर्व और संतोष की अनुभूति का विषय है। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय राज्य के शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों की मेहनत को दिया। साथ ही उन्होंने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग के लिए विशेष आभार व्यक्त किया।
शिक्षा सुधार की दिशा में प्रयास
विशेषज्ञों का मानना है कि इस उपलब्धि के पीछे राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की योजनाबद्ध रणनीतियाँ, जैसे –
स्मार्ट कक्षाओं और डिजिटल शिक्षण संसाधनों का विस्तार,
शिक्षकों के लिए नियमित प्रशिक्षण और क्षमता विकास कार्यक्रम,
ग्रामीण व दूरदराज क्षेत्रों में शिक्षा की पहुँच सुनिश्चित करना,
और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर जोर
– अहम भूमिका निभा रहे हैं।
भविष्य की राह
हिमाचल प्रदेश अब इस उपलब्धि को और आगे ले जाने की तैयारी में है। शिक्षा विभाग का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में राज्य राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष तीन राज्यों में स्थान बनाए। इसके लिए न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण और ट्राइबल क्षेत्रों में भी शिक्षा के समान अवसर उपलब्ध कराने पर फोकस किया जा रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं