प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल की आपदा को अपना दर्द समझा : घनश्याम शर्मा
प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल की आपदा को अपना दर्द समझा : घनश्याम शर्मा
पालमपुर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और हिमाचल प्रदेश कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को सिर्फ शासक की दृष्टि से नहीं, बल्कि अपने परिवार की तरह देखते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश में आई आपदा पर पीएम मोदी की संवेदनशीलता और तत्परता इस बात का प्रमाण है कि वे देशवासियों के दुःख को अपना मानते हैं। शर्मा ने बताया कि आपदा के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल हिमाचल प्रदेश के हालात पर नजर रखी, बल्कि खुद राज्य का दौरा कर ज़मीनी हालात का जायजा लिया। विशेष रूप से चम्बा और भरमौर क्षेत्रों में उन्होंने आपदा से हुए नुकसान का हवाई निरीक्षण किया और स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक कर हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को आपदा राहत के लिए 1500 करोड़ रुपये का विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान किया है, जिससे राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा सकेगी। वहीं इस आपदा में आई त्रासदी में जान गंवाने वालों को दो लाख तथा घायलों को 50 हजार की घोषणा मोदी ने केंद्र सरकार से की है। जिससे आपदा प्रभावित लोगों के गहरे जख्मों पर मरहम लगेगा। शर्मा ने कहा कि इसके साथ ही केंद्र सरकार ने अपने सात वरिष्ठ मंत्रियों को हिमाचल प्रदेश भेजा है, ताकि वे राज्य के विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट केंद्र को सौंप सकें। शर्मा ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली और देशप्रेम को दर्शाता है कि उन्होंने न केवल स्थिति की गंभीरता को समझा, बल्कि तुरंत प्रभावी कदम उठाए। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनके लिए हिमाचल प्रदेश केवल एक राज्य नहीं, बल्कि उनके अपने घर जैसा है। उन्होंने राज्य सरकार और जनता से अपील की कि वे इस संकट की घड़ी में एकजुट रहें और केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही सहायता का सदुपयोग करते हुए पुनर्निर्माण कार्यों में पूरी निष्ठा से जुटें। शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी ने हिमाचल में इस आपदा की घड़ी में राहत पहुंचाकर साबित कर दिखाया है कि सच मे पीएम मोदी का दूसरा घर हिमाचल ही है।
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