वज़ीर राम सिंह पठानिया की पुण्य तिथि पर वीर दिवस पर सम्पूर्ण राष्ट्र की अमर धरोहर : कुलदीप पठानिया
वज़ीर राम सिंह पठानिया की पुण्य तिथि पर वीर दिवस पर सम्पूर्ण राष्ट्र की अमर धरोहर : कुलदीप पठानिया
नूरपुर : विनय महाजन /
नूरपुर महान स्वतंत्रता सेनानी वज़ीर राम सिंह पठानिया की 176वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आज उनकी जन्मस्थली बासा वजीरा में 'वीर दिवस' का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विधानसभा के उपसचेतक केवल सिंह पठानिया, फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक भवानी पठानिया, नूरपुर के विधायक रणवीर निक्का, पूर्व मंत्री राकेश पठानिया तथा पूर्व सांसद कृपाल परमार भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने वीर शिरोमणि वजीर राम सिंह पठानिया के सुरक्षा कचव के आगे द्वीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रदांजलि भेंट की। उन्होंने कहा कि शिरोमणि वज़ीर राम सिंह पठानिया किसी वंश या क्षेत्र विशेष की पहचान नहीं, बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्र की अमर धरोहर हैं। उन्होंने कहा कि 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से भी पूर्व,1848 में वज़ीर पठानिया ने सबसे पहले अंग्रेजी शासन के विरुद्ध संघर्ष का शंखनाद किया और देशभर में स्वतंत्रता की अलख जगाई।उन्होंने कहा कि वज़ीर पठानिया ने युवावस्था में ही मातृभूमि की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति देकर अद्वितीय शौर्य और देशभक्ति का परिचय दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार वज़ीर राम सिंह पठानिया को प्रथम स्वतंत्रता सेनानी घोषित करवाने के लिए ठोस प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से वीर वज़ीर राम सिंह पठानिया की पुण्यतिथि के इस कार्यक्रम को सरकारी कार्यक्रम के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी वीरगाथा और देशभक्ति की प्रेरक गाथा को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
विधानसभा उपसचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि वज़ीर राम सिंह पठानिया का बलिदान सदियों तक प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों में बहुत कम ऐसे प्रसंग दर्ज हैं, जब किसी युवा ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध इतना निर्भीक विद्रोह किया हो। उन्होंने कहा कि उनका जीवन त्याग, नेतृत्व और मातृभूमि के प्रति समर्पण का अद्वितीय उदाहरण है।
फतेहपुर के विधायक भवानी पठानिया ने कहा कि वज़ीर राम सिंह पठानिया का संघर्ष केवल क्षेत्र या राज्य तक सीमित नहीं था, बल्कि यह सम्पूर्ण भारत की स्वतंत्रता की नींव था। उन्होंने कहा कि उनकी वीरता और आत्मबलिदान ने स्वतंत्रता आंदोलन की दिशा और चेतना को नया आयाम दिया।
नूरपुर के विधायक रणवीर निक्का ने कहा कि वीर पठानिया का जीवन साहस और मातृभूमि के प्रति समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा प्राप्त करनी चाहिए।


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