इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से विद्युत चुम्बकीय विकिरण को पूरी तरह से होगा समाप्त।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से विद्युत चुम्बकीय विकिरण को पूरी तरह से होगा समाप्त।
प्रोफेसर जगदेव सिंह राणा ने किया क्रांतिकारी प्रणाली का अविष्कार।
शाहपुर : जनक पटियाल /
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, ऊना के प्रोफेसर डॉ. जगदेव सिंह राणा, जो विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय के डीन हैं, उंन्होने एक ऐसी क्रांतिकारी प्रणाली का आविष्कार किया है, जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाले विद्युत चुम्बकीय विकिरण को पूरी तरह समाप्त कर सकती है। इस तकनीक से न सिर्फ उपकरणों की कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी बेहद सुरक्षित साबित हो सकती है। इस सिद्धांत 25 अप्रैल 2025 को भारत के पेटेंट कार्यालय जर्नल संख्या 17/2025 में प्रकाशित हुआ है और इसका शीर्षक है - "इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से विद्युत चुम्बकीय विकिरण समाप्त करने की प्रणाली"। इस प्रणाली में पारंपरिक इलेक्ट्रिक सिग्नल ट्रांसमिशन के स्थान पर फोटॉन आधारित ऑप्टिकल ट्रांसमिशन सिस्टम का प्रयोग किया गया है।इस तकनीक के अनेक लाभ हैं ,यह प्रणाली विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न नहीं करती, जिससे स्वास्थ्य पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों में कमी आती है। इसके अलावा यह डेटा ट्रांसमिशन स्पीड को बढ़ाती है, हीट जेनरेशन कम करती है, यह प्रणाली कंप्यूटर, संचार उपकरणों और औद्योगिक नियंत्रण प्रणालियों सहित
कई क्षेत्रों में उपयोगी हो सकती है। प्रोफेसर (डॉ.) जगदेव सिंह राणा का कहना है कि, यह तकनीक केवल नवाचार नहीं है, बल्कि यह सुरक्षा, स्थायित्व और गति के एक नए युग की शुरुआत है। यह खोज ऐसे समय पर सामने आई है जब दुनिया भर में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से होने वाले विकिरण और गर्मी को लेकर चिंता बढ़ रही है। ऐसे में यह तकनीक एक हरित,स्वास्थ्य -सुरक्षित और उच्च-गति वाला समाधान बनकर उभर सकती है।इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. संजय कुमार बेहल तथा विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों,अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इस उपलब्धि पर प्रो. जगदेव सिंह राणा को हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई प्रेषित की हैं। विश्वविद्यालय परिवार ने इस तकनीकी सफलता को संस्थान के लिए गर्व का विषय बताया है।
विधायक व उपमुख्यसचेतक केवल पठानिया ने दी बधाई
काबिलेगौर हो कि डॉ जगदेव राणा शाहपुर विधानसभा के चंगर क्षेत्र की पंचायत ठेहड़ के रहने वाले हैं।प्रोफेसर जगदेव का शुरू से ही प्रतिभाशाली रहें है तथा बेसिक शिक्षा हारचक्कियां से हुई और उच्च शिक्षा दिल्ली में हुई है। वर्तमान में इंडस इंटरनेशनल विश्विद्यालय ऊना में रजिस्ट्रार एवं विज्ञान व प्रौद्योगिकी संकाय के डीन पड़ पर कार्यरत है। वहीं इस अविष्कार प्रणाली को लेकर क्षेत्र के प्रबुद्धजनों सहित विधायक व उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि राणा जी का अविष्कार हमारे जीवन मे जो भी हम इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग करते है उंससे होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने में कारगर सिद्ध होगा।वहीं उंन्होने प्रोफेसर राणा के रिसर्च को लेकर बधाई व शुभकामनाएं दी है।
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